Swayambhu Balaji Mandir
Inaugration of Swayambhu Balaji Mandir: बड़े ही ख़ुशी का विषय है फरीदीपुर दुबग्गा लखनऊ में Swayambhu Balaji Mandir का उदघाटन 22 फरवरी 2024 को किया जायेगा |
Swayambhu Balaji Mandir का उदघाटन 22 फरवरी 2024 को किया जायेगा यह भी जान लीजिये । Swayambhu Balaji Mandir कहॉ है| यह Swayambhu Balaji Mandir फरीदीपुर , दुबग्गा दुबग्गा लखनऊ में स्थित है।
दुबग्गा से कानपुर रिंग रोड दुबग्गा (Dubagga to Alambagh) से पैदल 5 मिनट का रास्ता है। बुद्धेश्वेर मंदिर से 1.5 किमी , बुगाग्गा चौराहे से 1 किमी है ।
Swayambhu Balaji Mandir स्वयंभू बालाजी का विशाल दरबार ,मंदिर का उद्घाटन 22 फरवरी 2024 को किया जाएगा, मंदिर में स्वयंभू बालाजी महाराज, श्री राम, सहित मूर्तियों प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है मंदिर का निर्माण श्री रामजी गुप्ता द्वारा कराया गया है जिसमें स्वयंभू बालाजी समिति और क्षेत्र वासियों का विशेष योगदान है।
मंदिर का निर्माण श्री राम जी गुप्ता ने स्वयं अपनी जमीन पर कराया है शंभू बालाजी की विशाल कृपा उनके ऊपर बनी हुई है।
स्वयंभू बालाजी जी की कृपा जिन पर होती है वह तन मन धन से प्रभु में लीन हो जाते हैं।
मंदिर के उद्घाटन के लिए 3 दिन के कार्यक्रम रखे गए हैं इन तीनों दिनों में मंदिर में स्वयंभू बालाजी की प्राण प्रतिष्ठा के लिए होने वाले कार्यक्रम संपन्न किए जाएंगे जैसा की किसी भी देवता की प्राण प्रतिष्ठा के लिए निर्धारित होते हैं।
प्रथम दिन 20 फरवरी 24 को प्राण प्रतिष्ठा के लिए सबसे पहले कलश यात्रा निकाली जाएगी जो स्वयंभू बाल मंदिर से निकल कर गोमती नदी तक जाएगी । गोमती नदी पर कार्यक्रम संपन्न करने के बाद कलश यात्रा पुनः वापस होगी।
मंदिर में विधि विधान से बेदी पूजन किया जाएगा मूर्तियों का जलाधिवास किया जाएगा। यह सारे कार्यक्रम फ्री 2024 को संपादित किए जाएंगे जिनमें समस्त नगर वासी अपना अपना अमूल्य सहयोग प्रदान करेंगे।
द्वितीय दिन, 21 फरवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा के लिए दूसरे कार्यक्रम संपादित किए जाएंगे जिनमें अन्न अधिवास ,पुष्प अधिवास और फलाधिवास संपादित किए जाएंगे यह प्रक्रिया है मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के लिए होती हैं जिन्हें विधि विधान से संपादित किया जाएगा।
तृतीय दिन 22 फरवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न किया जाएगा प्राण प्रतिष्ठा के लिए ढोल बाजे के साथ नगरवासी स्वयंभू बालाजी के साथ नगर का भ्रमण करेंगे कीर्तन भजन करेंगे अन्य मंदिरों को जाएंगे ।
यह यात्रा सबसे पहले बुद्धेश्वर मंदिर को जाएगी बुद्धेश्वर मंदिर में ही आवश्यक कार्यक्रम किए जाएंगे भगवान भोलेनाथ की कृपा प्राप्त की जाएगी।
बुद्धेश्वर मंदिर में अन्य देवी देवताओं का आवाहन किया जाएगा ,उसके बाद स्वयंभू बालाजी की यात्रा स्वयंभू बालाजी मंदिर के लिए वापस प्रस्थान करेगी।
यात्रा वापस आने के बाद प्राण प्रतिष्ठा की पूरी प्रक्रिया संपन्न की जाएगी। इस प्रकार स्वयंभू बालाजी हमारे इस मंदिर में विराजमान हो जाएंगे।
मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होने के बाद उनकी पूजा अर्चना करने के बाद स्वयंभू बालाजी मंदिर भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिया जाएगा।
विधिवत पूजा हो जाने के बाद स्वयंभू बालाजी की कृपा से विशाल भंडारा का आयोजन किया गया है। स्वयंभू बाजी की प्राण प्रतिष्ठा और पूजन अर्चन करने के बाद समस्त नगर वासियों को प्रसाद वितरण करने के बाद भंडारा प्रारंभ हो जाएगा जो स्वयंभू बालाजी जी की कृपा से उसे समय तक चलता रहेगा जब तक शंभू बालाजी की कृपा बनी रहेगी।
हमारे नगर में मोहल्ले में यह पहला मंदिर ऐसा है इस तरह का कोई भी मंदिर अभी तक नहीं बनाया गया है तो आप सभी लोग आएं और मंदिर में स्वयंभू बालाजी के दर्शन प्राप्त करें। हमें आशा नहीं विश्वास है भगवान श्री राम के अद्भुत दर्शन प्राप्त होंगे और अयोध्या नगरी की याद आ जाएगी।
प्रेम से बोलो जय श्री राम
जय स्वयंभू बालाजी।
स्वयंभू बालाजी मंदिर बनकर तैयार है जो फरीदीपुर, दुबग्गा लखनऊ में स्थित है मंदिर तक पहुंचने के लिए हाईवे से केवल 5 मिनट पैदल लगता है । बुद्धेश्वर चौराहे से 1.5 किलोमीटर दूर है और दुबग्गा चौराहे से एक किलोमीटर की दूरी पर है।
मंदिर पहुंचने का रास्ता फरीदीपुर पुलिस चौकी की ठीक सामने से भोला नर्सरी वाले रास्ते से होते हुए, चौधरी लान, चौधरी लॉन से दाहिनी तरफ मुड़कर मंदिर को पहुंच जाता है।
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