All imges credit to om ashram
Om Asharam Pali Shiv Mandir ,Om Mandir , Sanatan Culture, 12 jyotirling
Om asharam pali shiv mandir: दुनिया भर में प्रसिद्द “ॐ आश्रम” या “ॐ मंदिर” भारत देश के राजस्थान प्रान्त में स्थित ॐ आकृति का पहला शिव मंदिर है| जिसका मुख्य नाम “ओम विश्व दीप गुरुकुल स्वामी महेश्वरानंद आश्रम शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र” है (Om Vishwa Deep Gurukul Swami Maheshwarananda Ashram Education & Research Centre)
*1990 में परम पावन विश्वगुरु महामंडलेश्वर परमहंस स्वामी महेश्वरानंद पुरी ने मंदिर की आधारशिला तैयार की थी|
*ओम आश्रम की स्थापना 1993 में विश्व गुरु महामंडलेश्वर परमहंस स्वामी महेश्वरानंद जी महाराज ने ॐ मंदिर(Om asharam pali shiv mandir) की स्थापना की है|
*ओम मंदिर निर्माण कार्य पूर्णरूप होने में लगभग 28 साल लगे।
*यह एक भव्य और विशालकाय मंदिर है|
*Om asharam pali shiv mandir भगवान शिव को समर्पित है|
*ॐ मंदिर का उदघाटन 19 फरवरी दिन सोमवार को किया जायेगा|
*28 वर्षों तैयार होने में लगे ॐ आकार वाले शिव मंदिर दर्शन के लिए अवश्य जाये |
*शिव स्वरूप ॐ मंदिर भगवान शिव को संबोधित ॐ नाम का केंद्र बिंदु है।
Om asharam pali shiv mandir : ओम की आकृति वाला शिव मंदिर भारत देश के राजस्थान प्रान्त में पाली जिले की मारवाड़ तहसील के जाडन गांव में स्थित है यह ओम की आकृति वाला शिव मंदिर बनकर तैयार है।
सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा, विष्णु और महेश को कहा जाता है। ये त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश को ‘ॐ’ (ओम-नाद ब्रह्म) का प्रतीक माना जाता है। ओम निराकार है केवल ओम अक्षर दिखाई देता है। समिति ने इस ओंकार शब्द को साकार रूप देने का प्रयास किया है ।
UAE Hindu मंदिर ka उदघाटन 14 farvari
केंद्र में एक दशक से सत्तारूढ़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में भारतीय धरोहर को पुनः उजागर करने के लिए कई ऐसे काम हुए है, और हो रहे हैं, जिससे हमारी भारतीय सभ्यता-संस्कृति मजबूत हो रही है।
हमारे देश-समाज में ॐ महामंत्र की बहुत महत्ता है। इस ॐ शब्द से ही अधिकांश मन्त्रों की शुरूआत होती है।
20 नवम्बर २०२३ को देश के प्रधान मंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी जी ॐ आश्रम जाडन विजित करने गए थे |
ओम आश्रम की स्थापना 1993 में विश्व गुरु महामंडलेश्वर परमहंस स्वामी महेश्वरानंद जी महाराज के मार्गदर्शन की गई थी।
सोसायटी का मुख्य कार्यालय गांव में है। जाडन जिला पाली, राजस्थान। 1993 से सोसायटी स्वास्थ्य, शिक्षा, योग और वैदिक संस्कृति को बढ़ावा देने, वर्षा जल संचयन और संस्कृतियों और धर्मों में शांति और समझ के विकास के क्षेत्रों में सक्रिय रही है।
1990 में परम पावन विश्वगुरु महामंडलेश्वर परमहंस स्वामी महेश्वरानंद पुरी ने “ओम विश्व दीप गुरुकुल स्वामी महेश्वरानंद आश्रम शिक्षा और अनुसंधान केंद्र” (आमतौर पर “ओम आश्रम” के रूप में जाना जाता है) नामक एक (Om asharam pali shiv mandir ) परियोजना की आधारशिला रखी।
यह केंद्र समस्त जीवन की सुरक्षा, पर्यावरण एवं विश्व शांति के लिए समर्पित है। यह विभिन्न चैरिटी कार्यक्रमों की मेजबानी करता है और शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल का समर्थन करता है।
इस केंद्र का मुख्य उद्देश्य योग के प्राचीन विज्ञान और वैदिक संस्कृति के अमूल्य आध्यात्मिक खजाने को बढ़ावा देना है, जिसमें इन विषयों पर जोर दिया गया हैं
शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के प्रति जगुरुकता फैलाना है ।
सभी जीवित प्राणियों के जीवन का सम्मान करना और धर्मों, संस्कृतियों और राष्ट्रों के बीच सहिष्णुता, सम्मान और समझ विकसित करने का कार्य करना ।
ओम आश्रम Om asharam pali shiv mandir), जाडन, पाली का निर्माण उत्तर भारत की नागर शैली स्थापत्य कला व वास्तु कला के आधार पर करवाया जा रहा है। तकरीबन आधा किलोमीटर के दायरे में फैले ओम आकृति वाले इस शिव मंदिर का निर्माण कार्य 1995 में शुरू हुआ था। इस मंदिर के शिलान्यास समारोह में देशभर से आये साधु-संतों ने हिस्सा लिया था।
यह ॐ मंदिर 250 एकड़ जमीन पर बनाया गया चार मंजिला मंदिर है, जिसे बनाने के लिए विगत 1995 से लगातार निर्माण कार्य चल रहा था। ॐ आश्रम के निर्माण में धौलपुर के बंशी पहाड़ के पत्थरों का उपयोग किया गया है।
पाली के जाडन गाँव में स्थित Om asharam pali shiv mandir ) ओम आकृति का मंदिर बेहद ही खूबसूरत है और देव संस्कृति को लिये है| भारतीय बेद, पुराणों, नगर शैली कला को समेटे हुए है यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है । ॐ आकृति वाला यह शिव मंदिर चार खंडों (चार मंजिल) में विभाजित है। मंदिर का एक पूरा खंड यानि प्रथम तल भूगर्भ में बना हुआ है जिसे आज की भाषा में बेसमेंट कहा जाता है। और मंदिर के तीन खंड (तीन मंजिले) है । ॐ मंदिर की चार मंजिला मंदिर इमारत को ॐ आकृति के अग्र, मध्य और नीचे के भाग में बांट कर निर्माण कराया गया है।
इस ॐ मंदिर की संरचना स्वामी महेश्वरानंद जी ने 1993 में की थी, मंदिर निर्माण कार्य स्वामी महेश्वरानंद जी के परम शिष्य योगेश पुरी के निर्देशन में किया गया है। ॐ मंदिर के भूगर्भ के बीचोंबीच में स्वामी माधवानंद जी की समाधि स्थापित की गयी है। समाधि के चारों तरफ सप्त ऋषियों की मूर्तियां लगायी गयी हैं।
इस (Om asharam pali shiv mandir) ओम आश्रम में भगवान शिव की 1008 अलग-अलग प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। मंदिर परिसर में कुल 108 कक्ष हैं। इसका शिखर 135 फीट ऊंचा है। सबसे बीच में गुरु महाराज स्वामी माधवानंद की समाधि है। सबसे ऊपर वाले भाग में महादेव का शिवलिंग स्थापित है। शिवलिंग के ऊपर ब्रह्मांड की आकृति बनाई गई है।
250 एकड़ क्षेत्र में स्थित यह केंद्रीय स्मारक दुनिया में ओम का सबसे बड़ा मानव निर्मित प्रतीक है। ॐ आश्रम में बनी 108 आवासीय इकाइयां इस प्रभावशाली ओम आकार का निर्माण करती हैं, जिससे जबरदस्त ब्रह्मांडीय ऊर्जा का आकर्षण होता हैं। ये ये आवासीय इकाइयाँ जप माला के 108 मनकों का प्रतीक हैं।
जोधपुर से लगभग 75 किलोमीटर दूर जाडन गांव में बने इस Om asharam pali shiv mandir की विशेषता है कि यदि इस ॐ मंदिर को सेटेलाइट या फिर ड्रोन से देखा जाता है मंदिर की संरचना सृष्टि मूलक ध्वनि ॐ के आकार की आकृति में दिखता है। इसीलिए इस मंदिर को ॐ मंदिर कहा जाता है। स्वामी महेश्वरानंद जी ने ॐ आकार का मंदिर बनाने की परिकल्पना पहले ही की थी ।
जाडन में बना यह ॐ मंदिर (Om asharam pali shiv mandir) , विश्वभर में ॐ आकृति में केवल भारत में ही एक मंदिर साकार हुआ है। इस मंदिर के बीचो बीच में संत शिरोमणि स्वामी माधवानंद जी की समाधि है। दूसरी मंजिल पर स्फटिक का शिवलिंग स्थापित है और तीसरी मंजिल पर ब्रह्मांड स्वरूप को निखारा गया है ।
Om asharam pali shiv mandir : ॐ मंदिर के शिवालय में एक शिवलिंग में 12 ज्योतिर्लिंग स्थापित किए गए हैं। इसके आलावा ॐ मंदिर के शिवालय में स्थापित ज्तोतिर्लिंग के आस पास की दीवारों पर शिव के सहस्त्रनाम यानी शिव के 1008 नामों के अनुरूप शिव की आकृतियां बनायीं गई हैं। ॐ आश्रम में स्थापित शिवलिंग ओडिशा से बनवाकर मंगवाए गए हैं। भगवान शिव के 12 स्वरूपों को स्थापित करने के पीछे महामंडलेश्वर विचार है कि 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन से व्यक्ति सात जन्मों के पापों से मुक्ति पा जाता है।
जाडन के ॐ आश्रम में भव्य शिव मंदिर , भक्ति सागर स्थान , उच्च कोटि का सर्वंगीण विद्यालय , श्वास्तिका , गौशाला , सुबिधा युक्त चिकित्सालय , जल संचयन तालाब , सुंदर बगीचा , योग केंद्र , महिला आवासीय विद्यालय , आदि मौजूद है |
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ॐ मंदिर दर्शन के लिए सड़क मार्ग , रेल मार्ग और वायु मार्ग से पंहुचा जा सकता है-
ॐ आश्रम, राजस्थान में पाली जिले से गुजर रहे नेशनल हाई वे 62 पर सड़क किनारे स्थित है।
*आश्रम का सबसे निकटवर्ती एयरपोर्ट जोधपुर है, जो लगभग 71 किलोमीटर दूर है। *यहां पर ट्रेन के जरिए भी पहुंचा सकता है। भारत के सभी प्रान्तों से रेल मार्ग जुड़ा हुआ है किसी भी राल्गादी से मारवाड़ जक्शन पहुँचना होगा |
*मारवाड़ जक्शन से जाडन 23 किलोमीटर दूर है। पाली-सोजत रूट पर चलने वाली बसों के माध्यम से भी जाडन आश्रम पहुंचा जा सकता है।
हम आशा ही पूर्ण यकीं है कि आपको बेहतर जानकारी मिली होगी|हमने को हासिल करने में दश दिन समय खर्च किया है इसका पूरा श्रेय Om Vishwa Deep Gurukul Swami Maheshwarananda Ashram Education & Research Centre ट्रस्ट को जाता है|
Om asharam pali shiv mandir दर्शन के लिए जरुर जाये | लेख पढ़ने के लिए धन्य्वाद्द |
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