Shri Ram Charan Paduka Yatra : रविवार को अधिकारियों की घोषणा के अनुसार, श्री राम चरण पादुका यात्रा मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर चित्रकूट से अपनी पवित्र यात्रा पर निकली। यह दिव्य तीर्थयात्रा उत्तर प्रदेश के कई शहरों से होकर गुजरने वाली है। Shri Ram Charan Paduka Yatra प्रयागराज, श्रृंगवेरपुर, प्रतापगढ़ और सुल्तानपुर शामिल हैं, जो अंततः 19 जनवरी को अयोध्या में समाप्त होगी।
Shri Ram Charan Paduka Yatra तीर्थयात्रा भरतकूप तालाब से कलश में जल के औपचारिक संग्रह के साथ शुरू होती है। सांस्कृतिक महत्व से समृद्ध यह यात्रा प्रतिभागियों को आध्यात्मिक चिंतन और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ जुड़ने का अवसर प्रदान करती है। यात्रा चित्रकूट के विभिन्न मंदिरों से होते हुए शुरू होगी। इसमें मंदाकिनी नदी का जल संग्रह किया जाएगा। 16 जनवरी को चित्रकूट से वाया राजापुर, मंझनपुर होते हुए प्रयागराज में पहुंचने पर संगम का जल कलश में संग्रहित किया जाएगा। यहां सांस्कृतिक प्रस्तुति भी होगी।
जैसे ही Shri Ram Charan Paduka Yatra के भक्त प्रयागराज, श्रृंगवेरपुर, प्रतापगढ़ और सुल्तानपुर सहित विभिन्न शहरों से होकर गुजरते हैं, उन्हें इन स्थानों पर रात में विश्राम के लिए राहत मिलेगी। भक्तो के विश्राम के व्यवस्थायें की गयी है।
17 जनवरी को Shri Ram Charan Paduka Yatra श्रृंगवेरपुर पहुंचेगी यहां गंगा नदी का जल संग्रह किया जायेगा और श्री राम चरण पादुका पूजन होगा। 18 को Shri Ram Charan Paduka Yatra प्रतापगढ़ होते हुए सुल्तानपुर पहुंचेगी। 18 जनवरी को Shri Ram Charan Paduka Yatra के भक्त रात्रि विश्राम सुल्तानपुर में करेंगे । यहां गोमती नदी का भी जल संग्रहित किया जाएगा और 19 जनवरी को Shri Ram Charan Paduka Yatra अयोध्या पहुंचकर संपन्न हो जाएगी ।
एक सरकारी बयान में पूरी Shri Ram Charan Paduka Yatra के दौरान विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों को शामिल करने पर जोर दिया गया। गौरतलब है कि प्रत्येक जिले में भगवान राम पर केंद्रित चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग, राज्य सरकार के मार्गदर्शन में, भारत शक्ति संस्थान के सहयोग से इस Shri Ram Charan Paduka Yatra पहल का नेतृत्व कर रहा है।
भक्ति-प्रेरित Shri Ram Charan Paduka Yatra अभियान न केवल एक पवित्र यात्रा के रूप में कार्य करता है, बल्कि उत्तर प्रदेश की जीवंत सांस्कृतिक विरासत को भी प्रदर्शित करता है। तीर्थयात्री और स्थानीय लोग समान रूप से आध्यात्मिक और सांस्कृतिक उत्सव में डूब जाएंगे, जिससे भगवान राम की पूजनीय विरासत के साथ गहरा संबंध विकसित होगा।
यात्रा की औपचारिक शुरुआत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे शामिल हुए। उनकी उपस्थिति ने इस आयोजन के महत्व को रेखांकित किया, इसे राज्य द्वारा समर्थित एक साझा सांस्कृतिक और धार्मिक प्रयास के रूप में चिह्नित किया।
जैसे-जैसे यात्रा आगे बढ़ेगी, जिन शहरों से होकर गुजरेगी, वहां सांस्कृतिक उत्सवों ,कार्यक्रमों की झलक देखी जाएगी। ये आयोजन न केवल मनोरंजन करते हैं, बल्कि प्रबुद्ध भी करते हैं, भगवान राम की कथा में निहित समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की गहरी समझ को बढ़ावा देते हैं। चित्र प्रदर्शनी के माध्यम से उनके जीवन और शिक्षाओं का चित्रण आध्यात्मिक Shri Ram Charan Paduka Yatra में एक दृश्य आयाम जोड़ता है, जिससे तीर्थयात्रियों को एक संवेदी अनुभव मिलता है जो भक्तों की भक्ति को पूरा करता है।
उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग की भागीदारी और भारत शक्ति संस्थान के साथ सहयोग Shri Ram Charan Paduka Yatra की सफलता और सांस्कृतिक समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए ठोस प्रयास को उजागर करता है। ऐसी साझेदारियाँ सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और संवर्धन में सामूहिक प्रयासों के महत्व को रेखांकित करती हैं।
मकर संक्रांति, पूरे भारत में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाने वाला त्योहार, जो Shri Ram Charan Paduka Yatra के संदर्भ में विशेष महत्व रखता है। इस शुभ दिन के साथ तीर्थयात्रा का संगम आध्यात्मिक Shri Ram Charan Paduka Yatra में उत्सव की खुशी की एक परत जोड़ता है। तीर्थयात्री न केवल भौतिक यात्रा पर निकलते हैं, बल्कि मकर संक्रांति से जुड़ी खगोलीय गतिविधियों के साथ खुद को जोड़ते हुए एक प्रतीकात्मक और रूपक यात्रा भी करते हैं।
मार्ग के किनारे के कस्बों में रात्रिकालीन ठहराव तीर्थयात्रियों को आराम और चिंतन के क्षण प्रदान करता है। ये विराम यात्रा के सांप्रदायिक पहलू का अभिन्न अंग बन जाते हैं, जिससे प्रतिभागियों को अपने अनुभव साझा करने, अपनी सामूहिक भक्ति से जुड़ने और भौगोलिक सीमाओं से परे संबंध बनाने की एक अलग अनुभूति Shri Ram Charan Paduka Yatra से मिलती है।
श्री राम चरण पादुका यात्रा(Shri Ram Charan Paduka Yatra), अपने धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व से निहित एक एकीकृत शक्ति के रूप में कार्य करती है, जो विभिन्न पृष्ठभूमि के लोगों को भक्ति की आम छतरी के नीचे एक साथ लाती है। तीर्थयात्रा की सांप्रदायिक प्रकृति उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक ताने-बाने को मजबूत करती है, एकता और साझा विरासत की भावना को बढ़ावा देती है।
संस्कृति विभाग के संयोजन में निकाली जा रही Shri Ram Charan Paduka Yatra में चित्रकूट के रामायण मेला परिसर में प्रसिद्धि गायिका तृप्ति शाक्या अपनर मधुर भजन प्रस्तुति करेंगी। इसी कड़ी में श्रृंगवेरपुर के राष्ट्रीय रामायण मेला परिसर यात्री रोड पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में नागपुर की वाटेकर सिस्टर्स की ओर से राम नाम पर आधारित कार्यक्रमों की प्रस्तुति की जाएगी । Shri Ram Charan Paduka Yatra के दौरान बाबा सत्यनारायण मौर्य व उनकी टीम द्वारा श्रीराम पर आधारित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये जायेंगे ।
निष्कर्षतः, चित्रकूट से अयोध्या तक फैली श्री राम चरण पादुका यात्रा (Shri Ram Charan Paduka Yatra) , केवल एक भौतिक यात्रा नहीं है, बल्कि सांस्कृतिक उत्सवों से जुड़ी एक आध्यात्मिक यात्रा है। भारत शक्ति संस्थान के सहयोग के साथ-साथ उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग के सहयोगात्मक प्रयास Shri Ram Charan Paduka Yatra की सांस्कृतिक समृद्धि को बढ़ाते हैं। जैसे-जैसे तीर्थयात्री अपने पवित्र पथ पर आगे बढ़ते हैं, वे अपने साथ न केवल भक्ति का सार लेकर आते हैं, बल्कि उत्तर प्रदेश के हृदय स्थल को परिभाषित करने वाली विविध सांस्कृतिक धरोहर के लिए गहरी सराहना भी करते हैं।
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