Sudarshan Setu

सुदर्शन सेतु का हुआ उद्घाटन। उदघाटन प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया | सुदर्शन सेतु का दूसरा नाम ओखा-बेट द्वारका सिग्नेचर ब्रिज है

सुदर्शन सेतु :Okha-Beyt Dwarka Signature Bridge की शुरुआत केंद्र द्वारा 2017 में की गई थी

₹978 करोड़ की लागत से निर्मित, चार लेन वाला केबल-आधारित पुल 2.5 किमी लंबा है। इससे द्वारिकाधीश जाने का रास्ता हुआ आसान हुआ है

पुल का उद्देश्य ओखा और बेट द्वारका के बीच आने-जाने वाले भक्तों के लिए पहुंच को आसान बनाना है।

सुदर्शन सेतु बनने से पहले, तीर्थयात्रियों को द्वारकाधीश मंदिर तक पहुंचने के लिए नाव पर निर्भर रहना पड़ता था

Signature Bridge सिग्नेचर ब्रिज एक अद्वितीय डिजाइन से सुशोभित है, जिसमें भगवद गीता के श्लोकों और दोनों तरफ भगवान कृष्ण की छवियों से सजा हुआ फुटपाथ है

सुदर्शन सेतु केबल-आधारित भारत का सबसे लम्पुबा पुल है| फुटपाथ के ऊपरी हिस्सों पर सौर पैनल लगाए गए हैं जिसकी बिजली से  यह पुल जगमगाता हैं

भगवान 'सुदर्शन' के नाम पर इस Okha-Beyt Dwarka Signature Bridge का नाम सुदर्शन सेतु रखा गया है

यह पुल पर्यटन को बढ़ावा देगा, यात्रियों का समय बचाएगा, और सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देगा। अब यात्री सीधे पुल का उपयोग कर सकते हैं

ओखा-बेट द्वारका सिग्नेचर ब्रिज गुजरात राज्य में स्थित है और अरब सागर को पार करने के लिए निर्मित किया गया है

Sudarshan Setu ओखा-बेट द्वारका सिग्नेचर ब्रिज गुजरात की प्रगतिशील सोच और भविष्य के विकास की दिशा को दर्शाता है