How to Open SCSS Account? जाने पोस्ट आफिस Senior Citizens’ Savings Scheme के फायदे: Interest rate and ITR rebate 2025 की पूरी जानकारी 2025 hindiluck.com में।
अगर आप सीनियर सिटीजन हैं या रिटायरमेंट के करीब हैं, तो आपके लिए एक सुरक्षित और अच्छी कमाई वाला निवेश विकल्प है “Open SCSS Account in post office”। SCSS का पूरा नाम Senior Citizens Savings Scheme है, जो भारत सरकार द्वारा समर्थित एक बचत योजना है। Senior Citizens’ Savings Scheme सीनियर सिटीजन को नियमित आमदनी का साधन है और उच्च ब्याज दर देती है।
इस लेख में हम विस्तार से बताएंगे कि “How to Open SCSS Account”, इसकी पात्रता, आवश्यक दस्तावेज, निवेश सीमा, ब्याज दर, खाते की अवधि, फायदे, निकासी नियम, कर लाभ और अन्य सभी महत्वपूर्ण जानकारी। हम 2025 की नवीनतम जानकारी के आधार पर How to Open SCSS Account, ब्याजदर और Income Tax की जानकारी साथ लेख लिख रहे हैं, ताकि आप कोई भी हिस्सा मिस न करें। अगर आप सुरक्षित निवेश की तलाश में हैं, तो SCSS account आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है।
Table of Contents
Senior Citizens’ Savings Scheme (SCSS) योजना क्या है?
SCSS एक सरकारी बचत योजना है जो सीनियर सिटीजन को रिटायरमेंट के बाद नियमित आय देने के लिए बनाई गई है। Senior Citizens’ Savings Scheme पोस्ट ऑफिस या अधिकृत बैंकों के माध्यम से उपलब्ध है। इसमें निवेश करने पर तिमाही आधार पर ब्याज मिलता है, जो सीधे आपके बैंक अकाउंट में क्रेडिट होता है। यह योजना पूरी तरह से सरकार द्वारा बैकअप की जाती है, इसलिए यह बहुत सुरक्षित है। SCSS में निवेश करके आप अपनी बचत को बढ़ा सकते हैं और टैक्स बेनिफिट्स भी पा सकते हैं।
Open SCSS Account के लिए पात्रता (Eligibility)
SCSS अकाउंट खोलने के लिए निम्नलिखित पात्रता और शर्तें है:
* व्यक्ति की उम्र 60 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
* 55 वर्ष से अधिक लेकिन 60 वर्ष से कम उम्र के व्यक्ति, जो सुपरएनुएशन, वॉलंटरी रिटायरमेंट स्कीम (VRS) या स्पेशल VRS के तहत रिटायर हुए हों।
* डिफेंस सर्विस के रिटायर्ड पर्सनल (सिविलियन डिफेंस कर्मचारी को छोड़कर) जिनकी उम्र 50 वर्ष या अधिक हो।
* अकाउंट व्यक्तिगत रूप से या पति/पत्नी के साथ जॉइंट में खोला जा सकता है, लेकिन जॉइंट अकाउंट में पहला होल्डर ही मुख्य माना जाता है।
* NRI (नॉन-रेजिडेंट इंडियन) और HUF (हिंदू अनडिवाइडेड फैमिली) पात्र नहीं हैं।
* राज्य या केंद्र सरकार के कर्मचारी की मौत होने पर उनकी पत्नी/पति, अगर मृतक की उम्र 50 वर्ष या अधिक थी, तो मौत के मुआवजे से निवेश कर सकते हैं।
नोट: निवेश रिटायरमेंट बेनिफिट्स मिलने के 1 महीने के अंदर करना चाहिए।
How to open SCSS Account? Step-by-Step Guide
SCSS account खोलना बहुत आसान है। आप इसे पोस्ट ऑफिस या अधिकृत बैंकों (जैसे HDFC, ICICI, SBI, Canara Bank, Bank of India, Central Bank, Bank of Baroda आदि) में खोल सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन की सुविधा नहीं है, इसलिए ब्रांच में जाना पड़ता है। यहां स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया है:
1. पोस्ट ऑफिस या बैंक में जाकर SCSS अकाउंट ओपनिंग फॉर्म (Form A) प्राप्त करें।
2. फॉर्म भरें में अपनी व्यक्तिगत जानकारी, जमा की जानेवाली रकम और खाताधारक का विवरण भरें।
3 सभी जरूरी दस्तावेजों के साथ दस्तावेज जमा करें।
4. न्यूनतम 1,000 रुपये जमा करें या जो आप जमा करना चाहते है। 1 लाख से कम के लिए कैश, ज्यादा के लिए चेक या डिमांड ड्राफ्ट।
5. फॉर्म जमा करने बाद अकाउंट खुल जाएगा और पासबुक मिलेगी।
6. नया अकाउंट खोलते समय Aadhaar और PAN जरूरी है। अगर Aadhaar नहीं है, तो लिखित प्रूफ दें और अगले 6 महीने के अंदर सबमिट करें।
नोट: एक व्यक्ति कई अकाउंट खोल सकता है, लेकिन कुल निवेश 30 लाख से ज्यादा नहीं होना चाहिए। अकाउंट को एक पोस्ट ऑफिस/बैंक से दूसरे में ट्रांसफर किया जा सकता है।
SCSS account खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज (Required Documents)
SCSS अकाउंट खोलने के लिए ये दस्तावेज जरूरी हैं:
- 2 पासपोर्ट साइज फोटो।
- पहचान प्रमाण (ID Proof): आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर ID, पासपोर्ट आदि।
- पता प्रमाण (Address Proof): आधार, लैंडलाइन बिल, बैंक स्टेटमेंट आदि।
- उम्र प्रमाण (Age Proof): जन्म प्रमाण पत्र, पैन कार्ड, वोटर ID, सीनियर सिटीजन कार्ड आदि।
- अगर VRS या रिटायरमेंट बेनिफिट्स से निवेश कर रहे हैं, तो उसका प्रमाण।
- नोट: Aadhaar और PAN अनिवार्य हैं। अगर नहीं दिए, तो अकाउंट इनऑपरेटिव हो सकता है।
Limit of Investment in SCSS Account
न्यूनतम निवेश: 1,000 रुपये (और उसके गुणकों में)।
अधिकतम निवेश: 30 लाख रुपये (व्यक्तिगत या जॉइंट अकाउंट में)।
कई अकाउंट्स में कुल राशि 30 लाख से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
कैश में 1 लाख तक, उसके ऊपर चेक/DD से।
ब्याज दर (Interest Rate)
2025 में SCSS की ब्याज दर 8.2% प्रति वर्ष है, जो तिमाही आधार पर रिवाइज होती है। जुलाई-सितंबर 2025 के लिए यह 8.2% है। ब्याज हर तिमाही (1 अप्रैल, 1 जुलाई, 1 अक्टूबर, 1 जनवरी) को क्रेडिट होता है। यह दर सरकार द्वारा तय की जाती है और बदल सकती है।
SCSS account की अवधि (Tenure)
मूल अवधि: 5 वर्ष।
एक्सटेंशन: 5 वर्ष पूरे होने के बाद 3 वर्ष के लिए बढ़ाया जा सकता है, और फिर दोबारा 3 वर्ष के ब्लॉक में अनलिमिटेड एक्सटेंड कर सकते हैं।
एक्सटेंशन के लिए मैच्योरिटी के 1 वर्ष के अंदर अप्लाई करें। एक्सटेंडेड पीरियड में प्रचलित ब्याज दर लागू होती है।
Benefits of SCSS Account
SCSS के कई लाभ हैं, जो सीनियर सिटीजन के लिए लाभकारी हैं:
- उच्च ब्याज दर 8.2% p.a., जो बैंक FD या सेविंग्स से ज्यादा है।
- सुरक्षित निवेश: सरकार द्वारा बैकअप, कोई जोखिम नहीं।
- नियमित आय: तिमाही ब्याज पेआउट से मासिक खर्च के लिए उपयोगी।
- टैक्स बेनिफिट: निवेश राशि पर सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख तक डिडक्शन।
- एक्सटेंशन ऑप्शन: 5 वर्ष बाद 3 वर्ष के लिए बढ़ा सकते हैं।
- नॉमिनेशन सुविधा: नामिनी व्यक्ति को आसानी से ट्रांसफर।
- ट्रांसफरेबल: अकाउंट को दूसरे ब्रांच में ट्रांसफर कर सकते हैं।
- कुल लिमिट के अंदर कई अकाउंट्स खोल सकते हैं।
- आसान प्रोसेस: पोस्ट ऑफिस या बैंक में आसानी से खुलता है।
- नोट: यह योजना रिटायरमेंट के बाद फाइनेंशियल सिक्योरिटी देती है।
Tax Benefites in SCSS Account
- सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख तक टैक्स डिडक्शन।
- ब्याज टैक्सेबल है, आपकी इनकम स्लैब के अनुसार टैक्स लगता है।
- अगर सालाना ब्याज 50,000 रुपये से ज्यादा है, तो TDS कटता है (फॉर्म 15G/15H से छूट पा सकते हैं)।
- TDS नहीं कटने पर भी ब्याज को ITR में दिखाना जरूरी।
नामांकन (Nomination)
- अकाउंट खोलते समय या बाद में नामिनेशन कर सकते हैं।
- एक या अधिक व्यक्तियों के नामिनेशन कर सकते हैं।
- खाताधारक की मौत के बाद नामिनी को जमा रकम और ब्याज मिलता है, बिना कोई लीगल प्रोसेस के।
SCSS account Withdrawal Rules
- मैच्योरिटी पर पूरी राशि निकाल सकते हैं।
- अकाउंट खुलने के बाद समय से पहले भी निकासी संभव है, लेकिन पेनल्टी लगती है।
- अकाउंट होल्डर की मौत पर नामांकित व्यक्ति को राशि मिलती है।
समय से पहले खाता बंद करने की पेनल्टी (Premature Closure Penalties)
- 1 वर्ष से पहले खाता बंद करने पर कोई ब्याज नहीं मिलता, और अगर कोई ब्याज दिया गया तो प्रिंसिपल से काटा जाता है।
- 1 वर्ष बाद लेकिन 2 वर्ष से पहले जमा रकम की 1.5% पेनल्टी।
- 2 वर्ष बाद जमा रकम की 1% पेनल्टी।
- एक्सटेंडेड पीरियड में अगर 1 वर्ष से पहले बंद करें, तो 1% पेनल्टी।
Senior Citizens Savings Scheme Interest Rate Since Inception
YEAR | RATE OF INTEREST (%) |
02-08-2004 to 31-03-2012 | 9.0 |
01-04-2012 to 31-03-2013 | 9.30 |
01-04-2013 to 31-03-2015 | 9.20 |
01-04-2015 31-03-2016 | 9.30 |
1.4.2016 to 30.9.2016 | 8.60 |
1.10.2016 to 31.3.2017 | 8.50 |
1.4.2017 to 30.6.2017 | 8.40 |
1.7.2017 to 30.9.2018 | 8.30 |
1.10.2018 to 30.6.2019 | 8.70 |
1.07.2019 to 31.03.2020 | 8.60 |
1.4.2020 to 30.09.2022 | 7.40 |
1.10.2022 to 31.12.2022 | 7.60 |
1.01.2023 to 31.03.2023 | 8.00 |
1.04.2023 to 30.09.2025 | 8.20 |
निष्कर्ष
SCSS account सीनियर सिटीजन के लिए एक बेहतरीन निवेश करने का साधन है, जो सुरक्षा, उच्च ब्याज और टैक्स लाभ देता है। अगर आप 60 वर्ष से ऊपर हैं, तो आज ही पोस्ट ऑफिस या बैंक जाकर SCSS अकाउंट खोलें। 2025 में 8.2% ब्याज दर के साथ यह योजना आपकी रिटायरमेंट को आसान बनाएगी। अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट nsiindia.gov.in या अपने नजदीकी बैंक या पोस्ट आफिस से संपर्क करें। याद रखें, निवेश से पहले अपनी फाइनेंशियल सिचुएशन चेक करें।
SCSS अकाउंट कैसे खोलें और Senior Citizens’ Savings Scheme के फायदे, Interest rate TDS आदि की पूरी जानकारी 2025 आपको मिल चुकी है।
आपको कौन से सबसे अच्छी जानकारी लगी कमेन्ट में जरुर बताएं और hindiluck.com की सदस्यता ले ले जिससे आपको सही और उपयोगी जानकारी मिलती रहे। “धन्यवाद”
Senior Citizens’ Savings Scheme में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q-1. SCSS account की अधिकतम जमा सीमा क्या है?
Ans- 30 लाख रुपये।
Q-2. SCSS में ब्याज कब मिलता है?
Ans- जमाकर्ता को तिमाही आधार पर अप्रैल, जुलाई, अक्टूबर, जनवरी की पहली तारीख को ब्याज मिलाता है।
Q-3. क्या SCSS में टैक्स छूट मिलती है?
Ans- हां, सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख तक छूट मिलती है । लेकिन ब्याज टैक्सेबल है।
Q-4. SCSS अकाउंट कितने साल का होता है?
Ans- 5 वर्ष का जिसे आगे 3 वर्ष के लिए बढाया जा सकता है।
Q-5. क्या NRI SCSS अकाउंट खोल सकते हैं?
Ans- नहीं, केवल भारतीय निवासी।