1. प्रेम कहानी प्रेम और लवी की Love Story of School Love, Prem and Lovi

Love Story स्कूल का प्यार: प्रेम को महज पंद्रह साल की उम्र में ही प्यार हो गया था। प्रेम उस समय आठवीं क्लास में था, उम्र कम थी लेकिन आज के मॉर्डन ज़माने में लोग इसी उम्र में प्यार करते हैं। प्रेम का ये प्यार उसकी क्लास में पढ़ने वाली एक क्यूट लड़की लवी से हुआ था।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!लवी एक अमीर घराने की लड़की थी, लवी उम्र भी यही कोई 14 साल के आसपास थी वह दिखने में आकर्षक और खूबसूरत थी।लवी पढाई में भी काफी होशियार थी। लवी के पापा बिल्डर का काम करते थे।
इसलिए उनके पास धन की कमी नहीं थी। लवी की जिंदगी शान सौकत से कट रही थी। प्रेम के पिता एक स्कूल में सरकारी क्लर्क थे और उनका परिवार सामान्य जीवन यापन कर रहा था ।
प्रेम, लवी से प्यार तो करता था लेकिन लवी के अमीर होने के कारण हमेशा यह कहने से डरता था कि वह उससे प्यार करता है। प्यार होने के कारण प्रेम के जीवन में अभूतपूर्व बदलाव आ चुका था। Love Story स्कूल का प्यार
प्रेम प्यार होने के पहले स्कूल जाने में आनाकानी करता था माता पिता के कहने पर तैयार होकर स्कूल जाता था। प्रेम आये दिन स्कूल ना जाने के लिये नए नए बहाने बनाता था लेकिन प्यार होने के बाद से वह टाइम से तैयार होकर चुपचाप स्कूल चला जाता।
इस बदलाव को देखकर प्रेम के माँ बाप सोचते थे कि बच्चा सुधर गया है लेकिन उन्हें क्या मालूम कि बेटे का दिल तो कहीं और अटक चुका है। चलो इस प्यार के बहाने स्कूल न जाने की प्रेम की आदत तो सुधर गयी। (Love Story स्कूल का प्यार)
रिया और संजू का प्यार कक्षा 11 की love story
खिलता हुआ दिल कक्षा 9 की प्रेम कहानी
from to light इमोशनल love Story
धीरे धीरे समय ऐसे ही बीतता गया लेकिन प्रेम प्यार का इजहार करने की हिम्मत जुटा पाया बस चोरी छिपे ही लवी को देखा करता था। हाँ कभी-कभी उन दोनों में बातें भी हुआ करती थी। लेकिन यह बाते केवल पढाई के विषय में ही होती थी। लिहाजा प्रेम अपने दिल की Love Story की बात नही कह पाया।
समय गुजरता गया धीरे धीरे दोनों आठवीं , नौवीं और दसवीं कक्षाएं भी पास कर चुके थे। लेकिन प्रेम की चाहत अभी भी दिल में ही दबी थी क्योकि उसका प्यार एकतरफा था दूसरा कारण यह भी था कि प्रेम लवी से अपनी Love Story स्कूल का प्यार की बात कहने का साहस नही कर पाया।
स्कूल की छुट्टियां होने वाली थी और आज स्कूल का अंतिम दिन था, प्रेम मन ही मन बहुत उदास हो रहा था। उदास इसलिए था दोनों घर जाने वाले थे इसके बाद अब शायद वह लवी को नही देख पायेगा या नही क्यूंकि प्रेम के पिता प्रेम को दसवीं कक्षा के बाद अच्छी शिक्षा के लिये बड़े शहर भेजने वाले थे।
2.प्रेम और लवी का विछुड़ना-
स्कूल का अंतिम दिन था सभी दोस्त एक दूसरे से प्यार से गले मिल रहे थे और अपनी यादें शेयर कर रहे थे। लवी भी अपने दोस्तों के साथ काफी खुश नजर आ रही थी। सबके सब आनंद ले रहे थे लेकि आज स्कूल के अंतिम दिन प्रेम की आँखों में प्यार के आंसू थे।
प्रेम ,लवी से नहीं मिल पाया तो वह चुपचाप कक्षा में गया, चुपके से लवी के बैग से उसका आई कार्ड निकाल कर अपने पास रख लिया क्यूंकी उस कार्ड पर लवी की प्यारी सी सूंदर सी फोटो जो लगी थी|
प्रेम ने सोचा कि इस फोटो को देखकर ही मैं अपने प्यार को याद किया करूंगा। दसवीं कक्षा की पढाई दे बाद प्रेम के पिताजी ने प्रेम को पढ़ने के लिय बाहर भेज दिया। उधर लवी के पिता ने दूसरे शहर में बहुत बड़ा मकान बनाकर वही रहने लगे।
इस प्रकार दसवीं की पढाई के बादप्रेम और लवी हमेशा के लिए एक दूसरे से दूर हो गए।
समय की गति कभी रुकती नहीं है समय बीतता गया ” प्रेम ने अपनी पढाई पूरी कर ली और एक अच्छी कंपनी में उसे नौकरी भी मिल गयी , अच्छी तनख्वाह भी थी लेकिन उसकी जिंदगी में लवी की कमी हमेशा खलती थी।
प्रेम, लवी से मिलने का काफी प्रयास किया पर काफी कोशिशों के बाद भी वह कभी लवी से नहीं मिल पाया।
शिक्षा समाप्त होने के साथ साथ प्रेम की उम्र शादी लायक हो गयी प्रेम घर वालों ने प्रेम शादी एक खूब सुन्दर लड़की से कर दी और देखिये, ईश्वर का बनाया हुआ संयोग! उस लड़की का नाम भी लवी ही था।
लवी नाम होने के कारण प्रेम ने अपनी Love Story स्कूल का प्यार को ताजा रखने के लिए उससे शादी की थी। प्रेम,जब भी अपनी पत्नी को लवी नाम से पुकारता उसके दिल की धड़कन तेज हो जाती और उसकी आखों में स्कूल की तस्वीरें उभर कर आ जाया करतीं। ज्यादा प्रेम कहानियां पढ़ें
प्रेम मन ही मन इस लवी में अपनी स्कूल की लवी को देखता रहता था लेकिन उसने अपनी पत्नी को अहसास नही होने दिया की लेकिन आज भी वह किसी लवी से सच्चा प्यार करता है।
प्रेम एक दिन अपनी एक फाइल्स तलाश कर रहा था कि अचानक उसे लवी का बचपन बचपन के स्कूल का आई कार्ड मिल गया। आई कार्ड पर छपी लवी की सुंदर लुभावनी फोटो को देखकर प्रेम भावुक हो उठा तभी अचानक उसकी पत्नी अंदर आ गयी और उसने प्रेम के हाथ की फोटो देख ली।
प्रेम ने फोटो दिखाने में आनांकनी की और कहा यह हमरे बचपन में दोस्त थी लेकिन लवी ने उसके हाथ से वह फोटो लेली। लवी ने फोटो देखा और कहा अरे यह क्या? ये तो मेरी फोटो है।
ये मेरा बचपन का फोटो है जब मई “लखनऊ मॉडल कॉलेज” मे पढ़ती थी।यह तुम्हे कहॉ से मिली। यह सुनकर प्रेम खुशी से झूम उठा और पागलों जैसी हरकत करने लगा!
क्या यह तुम्हारी फोटो है ? स्कूल में मैं इस लड़की से बहुत प्यार करता था और अब भी करता हूँ पर कभी कह नहीं पाया कि लवी मै तुमसे प्यार करता हूँ। इस तरह प्रेम को उसकी Love Story स्कूल का प्यार मिल गया।
यह सुनकर लवी ने प्रेम को अपनी व्यक्तिगत डायरी दिखाई जिसमे लवी की बचपन की और स्कूल की काफी फोटो लगीं हुई थीं।
अब प्रेम को समझ आया कि उसकी पत्नी लवी वास्तव में वही लवी है जिससे वह बचपन से ही और स्कूल में भी प्यार करता था।
प्रेम के आँखों में ख़ुशी के आंशू बहने लगे यह देख लवी ने प्रेम के आंसू पोंछे और प्यार से उसे गले लगा लिया कि वह शादी से नहीं अपितु बचपन से ही उसका चाहने वाला , प्यार करने वाला प्रेम था।
प्रेम बार बार भगवान् का शुक्रिया अदा कर रहा था ,धन्यवाद दे रहा था।
उत्तम और शालिनी की प्रेम कहानी-
दोस्तों यह कहा गया है कि प्यार अगर सच्चा हो तो अपना रंग जरूर दिखाता है। ठीक यही प्रेम और लवी के साथ Love Story स्कूल का प्यार के रूप मे हुआ। अब दोनों बचपन का प्यार लिए पति पत्नी के रूप में अमन चैन से रह रहे है।
प्रिय पाठक आपको यह प्रेम कहानी Love Story स्कूल का प्यार जरूर अच्छी लगी होगी। कमेंट करके हमें जरूर बताइये। आपके कमेंट्स ही हमें और बेहतर लिखने के लिए प्रेरित करते हैं। धन्यवाद।

I am content writer since 2020 , I write relating Finance, Blogging tips, SEO help, Motivational.