RBI New Rule for Minimum balance : भारतीय रिजर्व बैंक ने खातों में मिनिमम बैलेंस के लिए जारी किये नए नियम|
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!भारतीय रिजर्व बैंक ने खातों में मिनिमम बैलेंस के लिए जारी किये नए नियम . जाने क्या है नियम | अगर आप बैंक अकाउंट का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो आपको मिनिमम बैलेंस चार्ज नहीं देना होगा
RBI New Rule for Minimum balance के अंतर्गत भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने नए नियम जारी किये है अब बैंक खातों में न्यूनतम शेष राशि के रखरखाव के लिए बैंक शक्त नर्देश जारी है। आइए जानते है क्या है नये नियम
RBI New Rule for Minimum balance की आवश्यकता क्यों पड़ी-
RBI New Rule for Minimum balance न्यूनतम शेष आवश्यकताओं से संबंधित नियमों को संशोधित करने का आरबीआई का निर्णय बैंकिंग प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने , वित्तीय समावेशन को बढ़ाने और बैंकिंग व्यवस्था को अधिक न्यायसंगत बनाने औए बढ़ावा देने का प्रयास है। इसका उद्देश्य खाताधारकों के हितों और बैंकिंग प्रणाली की स्थिरता के बीच संतुलन बनाना है।
RBI New Rule for Minimum balance के अब खाताधारकों को खातों में मिनिमम बैलेंस ना रखने पर कोई भी रख रखाव चार्ज नहीं देना होगा । चाहे आप बैंक अकाउंट का संचालन नहीं कर रहे हैं या जो खाते निष्क्रिय हो गए हैं। या जिन खातों 2 साल से अधिक समय से कोई लेनदेन नहीं किया गया है।
यह नया नियम 1 अप्रैल से लागू होगा.
RBI के नए नियमों में और क्या है-
* अब नहीं देना होगा कोई चार्ज मिनिमम बैलेंस होने पर |
* आरबीआई ने जारी अपने सर्कुलर में कहा कि बैंकिंग प्रणाली में लावारिस जमा को कम करने और ऐसी रकम को उनके सही दावेदारों को वापस करना है।
RBI New Rule for Minimum balance आरबीआई ने यह भी कहा कि बैंक छात्रवृत्ति या प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण प्राप्त करने के लिए खोले गए खातों को निष्क्रिय खातों के रूप में घोषित नहीं कर सकते हैं। चाहे ऐसे खातों का संचालन दो साल से ज्यादा समय से न किया गया हो
बैंकों को ग्राहकों से संपर्क करना होगा-
रिज़र्व बैंक द्वारा जारी नए नियमों के अनुसार बैंकों को ग्राहकों को उनके खाते निष्क्रिय होने की जानकारी एसएमएस भेज कर करना होगा , पत्र भेजकर या ईमेल भेजकर देनी होगी। RBI New Rule for Minimum balance सर्कुलर में बैंकों को निर्देश दिया गया है कि यदि कोई निष्क्रिय खाते का मालिक जवाब नहीं देता है तो बैंकों को उस व्यक्ति से संपर्क करना।
खाता सक्रिय करने के लिए कोई शुल्क नहीं-
आरबीआई के नए सर्कुलर के मुताबिक, अब बैंक किसी भी निष्क्रिय खाते या न्यूनतम बैलेंस न रखने पर जुर्माना नहीं लगा सकते है।
हालाँकि RBI द्वारा पेश किए गए नए नियम शुरुआत में कुछ खाताधारकों के लिए चुनौतियाँ पैदा कर सकते हैं, लेकिन अंततः उन्हें अधिक समावेशी और पारदर्शी बैंकिंग पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। सूचित रहना और इन परिवर्तनों को अपनाना व्यक्तियों को उभरते वित्तीय परिदृश्य को प्रभावी ढंग से नेविगेट करने में सशक्त बनाएगा। जैसा कि हम इस परिवर्तन को स्वीकार करते हैं, उन दीर्घकालिक लाभों को पहचानना आवश्यक है जो ये उपाय बैंकिंग क्षेत्र और इसके द्वारा प्रदान किए जाने वाले ग्राहकों के लिए ला सकते हैं।