UGC ने छात्रों के हित में बड़ा कदम उठाया है। 30 सितंबर तक Admission cancel कराने पर पूरी फीस वापस होगी। जानें UGC Fee Refund Policy 2025 के नियम, डेडलाइन और संस्थानों पर कार्रवाई की पूरी जानकारी। छात्रों के लिए बड़ी राहत!
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने छात्रों को बड़ी राहत देते हुए UGC Fee Refund Policy 2025 का एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। अब उच्च शिक्षण संस्थानों को तय समय सीमा के भीतर दाखिला रद्द करने या माइग्रेशन करने वाले छात्रों की पूरी फीस वापस करनी होगी। फीस न लौटाने या मूल प्रमाण पत्र (Original Certificates) रोकने वाले संस्थानों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जिसमें मान्यता रद्द करने और ग्रांट रोकने जैसे सख़्त कदम शामिल हैं।
यह फैसला उन लाखों छात्रों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, जो बेहतर विकल्प मिलने पर पहले लिए गए Admission को रद्द कराते हैं और संस्थानों द्वारा फीस न लौटाने या मनमानी कटौती करने के कारण आर्थिक नुकसान झेलते हैं।
UGC Fee Refund 2025 की मुख्य तिथियाँ और नियम
UGC द्वारा जारी नवीनतम दिशानिर्देश (जो शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए भी प्रभावी हैं) छात्रों के हित को सर्वोपरि रखते हैं।
| विवरण (Cancellation/Withdrawal) | रिफंड की प्रतिशतता | लागू नियम/शर्तें |
| 30 सितंबर 2025 तक | 100% (पूरी फीस) | कोई कटौती नहीं, पूरी फीस वापस। |
| 1 अक्टूबर 2025 से 31 अक्टूबर 2025 तक | पूरी फीस में कटौती | प्रोसेसिंग फीस के रूप में अधिकतम ₹1,000 की कटौती की जा सकती है। |
| 31 अक्टूबर 2025 के बाद | UGC अधिसूचना 2018 के अनुसार | रिफंड की राशि दाखिले की अंतिम तिथि के सापेक्ष वापसी की सूचना के समय पर निर्भर करेगी। |
यह ध्यान होगा कि 30 सितंबर तक आवेदन करने पर, चाहे शैक्षणिक संस्थान की Admission अंतिम तिथि कुछ भी हो, छात्रों को पूरी फीस वापस मिलेगी। यह नियम शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए भी प्रभावी है।
UGC 2018 अधिसूचना के तहत रिफंड की गणना
यदि Admission cancel कराने की प्रक्रिया 31 अक्टूबर 2025 के बाद होती है, या संस्थान की औपचारिक रूप से Notified Admission Last Date के बाद होती है, तो UGC की अक्टूबर 2018 अधिसूचना प्रभावी होगी, जिसमें रिफंड की गणना इस प्रकार है:
| रिफंड की प्रतिशतता | Admission cancel करने की सूचना प्राप्त होने का समय |
| 100% | औपचारिक रूप से अधिसूचित अंतिम तिथि से 15 दिन या उससे अधिक पहले। |
| 90% | अंतिम तिथि से 15 दिन से कम पहले। |
| 80% | अंतिम तिथि के 15 दिन या उससे कम समय के बाद। |
| 50% | अंतिम तिथि के 15 दिन से अधिक, लेकिन 30 दिन या उससे कम समय के बाद। |
| 00% | अंतिम तिथि के 30 दिन से अधिक समय के बाद। |
संस्थानों पर UGC की सख़्त चेतावनी और कार्रवाई
UGC ने साफ कर दिया है कि फीस वापसी न करने वाले संस्थानों को बख्शा नहीं जाएगा। शिक्षा मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद UGC ने कड़े कदम उठाने का फैसला लिया है। जिसमे नीचे दिए गए कार्रवाई के प्रावधान:
- संस्थान की मान्यता समाप्त की जा सकती है।
- UGC से मिलने वाली सभी प्रकार की ग्रांट रोकी जा सकती है।
- किसी भी प्रोग्राम में एक साल या उससे अधिक समय के लिए दाखिले पर रोक लगाई जा सकती है।
- भारी जुर्माना लगाया जा सकता है।
UGC ने यह भी दोहराया है कि संस्थान दाखिले के समय छात्रों के मूल प्रमाण पत्र (Original Certificates) अपने पास नहीं रख सकते हैं। प्रमाण पत्रों को केवल सत्यापन के लिए उपयोग किया जा सकता है और तुरंत छात्र को लौटाना अनिवार्य है।
करोड़ों की फ़ीस फँसी हुई
सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि देश के शिक्षण संस्थानों में करीब दो हजार छात्रों की 20 करोड़ रुपये से अधिक की फीस फँसी हुई है। UGC की सख्ती का मुख्य कारण छात्रों और अभिभावकों की ये शिकायतें हैं कि कॉलेज फीस रिफंड करने में आनाकानी कर रहे हैं या भारी कटौती कर रहे हैं। यह नया निर्देश छात्रों के इस आर्थिक नुकसान को रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
छात्रों के लिए रिफंड प्रक्रिया: क्या करें?
यदि आप अपना Admission cancel कराना चाहते हैं और फीस वापसी चाहते हैं, तो इन चरणों का पालन करें:
- संस्थान के प्रवेश विभाग (Admission Office) को प्रवेश रद्द करने और फीस वापसी के लिए लिखित या ईमेल के माध्यम से आवेदन करें।
- आवेदन में Admission cancel करने का कारण स्पष्ट रूप से लिखें।
- फीस रसीद की प्रति और बैंक खाते का विवरण (जिसमें रिफंड चाहिए) संलग्न करें।
- 30 सितंबर की डेडलाइन से पहले आवेदन करना सुनिश्चित करें ताकि आपको पूरी फीस वापस मिल सके।
- UGC के अनुसार, रिफंड की प्रक्रिया आवेदन प्राप्त होने के 15 दिनों के भीतर पूरी होनी चाहिए।
UGC Fee Refund Policy क्यों ज़रूरी है?
UGC की यह सख़्त फीस रिफंड पॉलिसी छात्रों को अपन करियर बनाने में काफी फायदेमंद होगी। कई बार छात्र एक कॉलेज में फीस जमा कर देते हैं, लेकिन बाद में उन्हें किसी बेहतर या प्रतिष्ठित संस्थान में दाखिले का मौका मिल जाता है। फीस वापस न मिलने के डर से छात्रो का अक्सर बेहतर अवसर छूट जाता था। अब, UGC Fee Refund 2025 उन्हें यह सुनिश्चित करती है कि उनके शैक्षणिक चयन में पैसे का नुकसान नहीं होगा।
UGC और शिक्षा मंत्रालय की यह सक्रियता एक छात्र-हितैषी शिक्षा प्रणाली (Student-Friendly Education System) बनाने की दिशा में एक बड़ा और सकारात्मक प्रयास है। सभी उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए यह अनिवार्य है कि वे इन नियमों का सख्ती से पालन करें अन्यथा उन्हें कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
UGC की नई फीस रिफंड पॉलिसी 2025, छात्रों के वित्तीय हितों की रक्षा के लिए एक मज़बूत ढाल है। शिक्षण संस्थानों के लिए यह एक स्पष्ट चेतावनी है कि वे अपनी मनमानी बंद करें। छात्रों को अब 30 सितंबर तक पूर्ण फीस वापसी की गारंटी मिली है, जिससे उन्हें अपने करियर के लिए सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक संस्थान चुनने की पूरी आज़ादी मिल गई है।
आपके पास UGC के नवीनतम दिशानिर्देशों के बारे में कोई और प्रश्न हो, या यदि आप किसी विशिष्ट संस्थान की रिफंड प्रक्रिया के बारे में जानना चाहें, तो मैं आपकी सहायता कर सकता हूँ।
