Altered Content : YouTube Altered Content क्या है? बदलाव करके बनाए गए या अप्राकृतिक कॉन्टेंट क्या है?

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Altered Content : YouTube Altered Content क्या है? बदलाव करके बनाए गए या अप्राकृतिक कॉन्टेंट क्या है?

Altered Content का खौफ , Altered Content क्या है? Altered Content के yes या no करने से क्या लाभ और हानि है यह जानने के लिए अंत तक आर्टिकल पढ़े।

altered कंटेंट के बारे में हम 7 विन्दुओ के बारे बताएँगे –

1- What is Altered Content ? Altered Content क्या है ?

ऐसा रियल कॉन्टेंट , ओरिजिनल कंटेंट जिसके पूरे भाग  या कुछ हिस्से को बनाने के लिए या उसमें बदलाव करने के लिए, किसी ऑडियो, वीडियो या इमेज को बनाने में  बदलाव करने वाले टूल का इस्तेमाल किया गया हो. क्रिएटर्स को असल जैसा दिखने वाला ऐसा कॉन्टेंट इस्तेमाल करने पर जानकारी देनी होगी जिसे बदलाव करके बनाया गया हो या जो अप्राकृतिक हो मतलब नेचुरल नहीं है ।

बदलाव करके बनाया गया ऐसा कंटेंट जिससे दर्शक गुमराह हो वह altered content होता है।

अगर कॉन्टेंट असली नहीं है या उसमें मामूली बदलाव किए गए हैं, तो यह जानकारी देना ज़रूरी नहीं है।

यहां Altered Content के कुछ उदहारण है जो youtube द्वारा बताये गए है इन उदाहरणों के अलावा, इसमें और मामले भी शामिल हो सकते हैं-

*किसी व्यक्ति को कुछ ऐसा कहते या करते हुए दिखाया गया हो जो उसने असल में न कभी कहा हो, न किया हो।

*किसी असल इवेंट या जगह के फ़ुटेज में बदलाव करके दिखाया गया हो।

*ऐसा सीन जनरेट किया गया हो जो असल दिखता है, लेकिन है नहीं।

*ऐसा कॉन्टेंट जिसके पूरे या कुछ हिस्से को बनाने या उसमें बदलाव करने के लिए, ऑडियो, वीडियो या इमेज बनाने या उसमें बदलाव करने वाले टूल का इस्तेमाल किया गया हो।

2-किस कंटेंट के लिए YouTube को नहीं बताना होगा-

क्रिएटर्स को ऐसा कॉन्टेंट इस्तेमाल करने पर जानकारी देने की ज़रूरत नहीं है जो किसी असल घटना या गतिविधि से जुड़ा नहीं है, जिसे ओरिजनल कॉन्टेंट में मामूली बदलाव करके बनाया गया हो. ये बदलाव आम तौर पर कॉन्टेंट को बेहतर दिखाने के लिए किए जाते हैं और ये कंटेंट ऐसे नहीं होते जिनसे दर्शक गुमराह हों ।

किस कंटेट का इस्तेमाल करने पर क्रिएटर्स को जानकारी देने की ज़रूरत नहीं होती है कुछ उदाहरण हम बता रहे है-

कॉन्टेंट, जो असल न हो

*ऐसा कॉन्टेंट जिसमें किसी व्यक्ति को एक काल्पनिक दुनिया में यूनिकॉर्न की सवारी करते हुए दिखाया गया हो।

*ऐसा कॉन्टेंट जिसमें ग्रीन स्क्रीन का इस्तेमाल करके, किसी व्यक्ति को अंतरिक्ष में तैरते हुए दिखाया गया हो।

मामूली बदलाव Altered Content

*कलर अडजस्टमेंट या लाइटिंग वाले फ़िल्टर, स्पेशल इफ़ेक्ट वाले फ़िल्टर. जैसे, बैकग्राउंड ब्लर या विंटेज इफ़ेक्ट।

*वीडियो बनाने में मदद करने वाली AI सुविधाएं जैसे, जनरेटिव एआई टूल के ज़रिए वीडियो के बारे में जानकारी लेना, स्क्रिप्ट लिखना , थंबनेल बनाना , टाइटल लिखना  या डिस्क्रिप्शन तैयार करना । कैप्शन तैयार करना।

*वीडियो के कंट्रास्ट को अडजस्ट करना, वीडियो की क्वालिटी बेहतर बनाना या उसमें सुधार करना, और आवाज़/ऑडियो की क्वालिटी को ठीक करना।

*कॉन्टेंट बनाने का आइडिया जनरेट करना।

*वॉइसओवर या डबिंग के लिए किसी की आवाज़ की नकल करना ।

*वीडियो गेम के गेमप्ले का फ़ुटेज दिखाना।

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3-किस तरह के कॉन्टेंट की जानकारी देना जरुरी है-

क्रिएटर्स को असल जैसा दिखने वाला ऐसा कॉन्टेंट इस्तेमाल करने पर जानकारी देनी होगी जिसे बदलाव करके बनाया गया हो या जो अप्राकृतिक हो. इसका मकसद दर्शकों को यह बताना है कि वे जिस कॉन्टेंट को देख रहे हैं वह असली है या नहीं.

किस तरह के कॉन्टेंट, बदलावों या वीडियो बनाने में मदद करने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी देना ज़रूरी है-

*एआई से संगीत जनरेट करना।

*वॉइसओवर या डबिंग के लिए किसी दूसरे व्यक्ति की आवाज़ की नकल करना।

*एआई से किसी असल जगह का फु़टेज जनरेट करना. जैसे, यात्रा से जुड़े किसी वीडियो का प्रमोशन करने के लिए, माओई में सर्फ़िंग कर रहे किसी व्यक्ति का वीडियो।

*एआई की मदद से ऐसा वीडियो जनरेट करना जिसमें दो पेशेवर टेनिस खिलाड़ियों के बीच मैच को इस तरह दिखाया गया हो कि वह असली लगे।

*किसी व्यक्ति को कोई ऐसी सलाह देते हुए दिखाना जो उसने असल में दी ही नहीं।

किसी ऑडियो में डिजिटल तरीके से बदलाव करके उसे इस तरह पेश करना जिससे यह लगे कि लाइव परफ़ॉर्मेंस के दौरान किसी लोकप्रिय गायक का सुर बिगड़ गया।

*किसी असल शहर की ओर बढ़ता हुआ बवंडर या किसी शहर में मौसम की ऐसी अन्य घटनाएं दिखाना जो असल लगती हैं, लेकिन असल में हुईं ही नहीं।

*यह दिखाना कि अस्पताल में काम करने वाले कर्मचारी, बीमार या घायल मरीज़ों का इलाज करने के बजाय उन्हें अस्पताल से बाहर जाने के लिए कह रहे हैं।

*किसी मशहूर व्यक्ति को चोरी करते हुए दिखाना, जबकि उसने असल में चोरी की ही न हो, या  किसी व्यक्ति को यह कहते हुए दिखाना कि उसने चोरी की है, जबकि उसने असल में ऐसा कुछ भी न कहा हो और किया ही न हो ।

*यह दिखाना कि किसी व्यक्ति को गिरफ़्तार कर लिया गया है या जेल में डाल दिया गया है, जबकि असल में ऐसा न हो।

4-अगर क्रिएटर्स जानकारी देते हैं, तो क्या होगा?

अगर क्रिएटर्स “हां” विकल्प को चुनकर बताते हैं कि उन्होंने ओरिजनल कॉन्टेंट में बदलाव करके तैयार किया गया या अप्राकृतिक कॉन्टेंट Altered Content इस्तेमाल किया है, तो youtube उनके वीडियो के ब्यौरे वाले फ़ील्ड में AI से सम्बंधित लेबल जोड़ देंगा, ये लेबल उन दर्शकों को ही दिखेंगे जो YouTube वीडियो मोबाइल पे वीडियो देखते है या टैबलेट पर देखते हैं ।

इसके अतिरक्त YouTube संवेदनशील कॉन्टेंट के लिए अतिरिक्त लेबल लगाएगा जैसे– चुनावों, मौजूदा संघर्षों, प्राकृतिक आपदाओं, फ़ाइनेंस या स्वास्थ्य के बारे में, तुरंत सही जानकारी देना बेहद ज़रूरी है. इस तरह की जानकारी, लोगों और अलग-अलग कम्यूनिटी पर कई तरह से गहरा असर डाल सकती है. जैसे, उनकी सेहत, फ़ाइनेंशियल सिक्योरिटी या सुरक्षा पर इसका असर पड़ सकता है. इस तरह के संवेदनशील विषयों से जुड़े कॉन्टेंट को ज़्यादा पारदर्शिता से दिखाने के लिए, YouTube वीडियो प्लेयर में प्रमुखता से दिखने वाला यह (कंटेंट को बदलाव करके बनाया गया है या यह अप्राकृतिक कंटेंट है) दूसरा लेबल भी जोड़ सकता है ।

5-जानकारी देने से कॉन्टेंट पर पड़ने वाले अन्य प्रभाव-

ओरिजनल कॉन्टेंट में बदलाव करके बनाए गए या अप्राकृतिक कॉन्टेंट का इस्तेमाल करने पर जानकारी देने से, वीडियो के दर्शकों की संख्या या इसकी कमाई करने की स्थिति पर कोई असर नहीं पड़ेगा ।

6-जानकारी न देने से होने वाले प्रभाव-

ओरिजनल कॉन्टेंट में बदलाव करके बनाया गया या अप्राकृतिक कॉन्टेंट (Altered Content ) देखने पर, दर्शकों को यह लग सकता है कि वीडियो का कॉन्टेंट असली है । इससे दर्शक गुमराह हो सकते हैं.

जानकारी नहीं देने पर, YouTube कुछ मामलों में कार्रवाई कर सकता है. ऐसा इस मकसद से किया जाता है कि दर्शकों को किसी तरह का नुकसान न पहुंचे. इसके लिए, YouTube दर्शकों को लगातार एक लेबल दिखाता है, जिसे क्रिएटर्स हटा नहीं सकते. इसके अलावा, YouTube उन क्रिएटर्स के ख़िलाफ़ कार्रवाइयां कर सकता है जो अक्सर यह जानकारी नहीं देते तो कॉन्टेंट को हटाया जा सकता है या क्रिएटर के चैनल को YouTube Partner Program से निलंबित भी किया जा सकता है ।

7-YouTube AI का प्रयोग करने का क्या मतलब है?

YouTube के जनरेटिव आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (एआई) वाले टूल का इस्तेमाल करके YouTube शॉर्ट वीडियो बनाने वाले क्रिएटर्स को, वीडियो में एआई के इस्तेमाल की जानकारी देने के लिए कुछ भी करने की ज़रूरत नहीं है. यह टूल, एआई के इस्तेमाल की जानकारी अपने-आप ज़ाहिर करेगा. हालांकि, अन्य एआई टूल का इस्तेमाल करने पर, क्रिएटर्स को वीडियो अपलोड करते समय यह जानकारी खुद ज़ाहिर करनी होगी।

यह ध्यान रखे कि youtube के  कम्यूनिटी दिशा-निर्देश YouTube पर मौजूद हर कॉन्टेंट पर लागू होते हैं. इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता कि वह ओरिजनल कॉन्टेंट में बदलाव करके तैयार किया गया या अप्राकृतिक कॉन्टेंट है या नहीं।

यदि आपको Altered content की विधिवत जानकारी मिली हो तो लाइक करे और हमें फॉलो कर ले और हाँ कमेन्ट जरुर करे। “धन्यवाद”

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