PM Jeevan Jyoti Bima Scheme मात्र ₹436 वार्षिक जमा ₹2 लाख का जीवन बीमा updated

Hemraj Maurya

PM Jeevan Jyoti Bima Yojana (PMJJBY) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण जीवन बीमा योजना है, जिसका उद्देश्य समाज के हर वर्ग को किफायती जीवन बीमा कवरेज प्रदान करना है। Pradhan Mantri Jeevan Jyoti Bima Yojana (PMJJBY) की पूरी जानकारी: ₹2 लाख का जीवन बीमा, प्रीमियम, पात्रता, और आवेदन व दावा प्रक्रिया के बारे में जाने । यह योजना विशेष रूप से उन लोगों के लिए बनाई गई है, जिनके पास पहले से कोई बीमा सुरक्षा नहीं है।

2015 में शुरू की गई PM Jeevan Jyoti Bima Yojana के तहत मात्र ₹436 वार्षिक प्रीमियम पर ₹2 लाख का जीवन बीमा कवरेज मिलता है। सरकार द्वारा इस योजना को लागू करने का मुख्य उद्देश्य भारत में बीमा की पहुँच को बढ़ाना और नागरिकों को किसी भी अप्रत्याशित परिस्थिति से सुरक्षित रखना है।

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PM Jeevan Jyoti Bima Yojana kya hai

PM Jeevan Jyoti Bima Yojana एक टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी है, जिसका अर्थ है कि यदि पॉलिसीधारक की किसी भी कारण से मृत्यु हो जाती है, तो उसके परिवार को ₹2 लाख की बीमा राशि प्रदान की जाएगी।

पॉलिसी लेने वाले व्यक्ति को हर साल ₹436 का प्रीमियम देना होता है।

यदि किसी कारण से पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है, तो नामांकित व्यक्ति को बीमा राशि प्राप्त होती है।

यह योजना एक वर्ष की अवधि के लिए मान्य होती है और हर साल इसका नवीनीकरण किया जा सकता है।

योजना का संचालन भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) और अन्य बीमा कंपनियों द्वारा किया जाता है।

PM Jeevan Jyoti Bima Yojana की प्रमुख उद्धेश्य-

PMJJBY की स्थापना तीन प्रमुख उद्देश्यों के साथ की गई थी:

  • योजना का मुख्य उद्देश्य समाज के सबसे निचले तबके को बीमा कवरेज प्रदान करना। यह सुनिश्चित करना था कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवार भी कम प्रीमियम पर वित्तीय सुरक्षा प्राप्त कर सकें ।  
  • पारिवारिक वित्तीय सुरक्षा: Pradhan Mantri Jeevan Jyoti Bima Yojana पॉलिसीधारक की असामयिक मृत्यु के मामले में उसके परिवार को ₹2 लाख की एकमुश्त राशि प्रदान करती है । इसका लक्ष्य मृतक के परिवार को अचानक आई आर्थिक संकट से बचाने के लिए एक सुरक्षा प्रदान करना है ।  
  • पारंपरिक बीमा पॉलिसियों की अपेक्षा , PMJJBY का लेना और नवीनीकरण प्रक्रिया सरल और सुलभ है । Pradhan Mantri Jeevan Jyoti Bima Yojana बैंक खातों से जुड़ी हुई है, जिससे पालिसी लेना और प्रीमियम का भुगतान करना आसान है।  

PM Jeevan Jyoti Bima Yojana (PMJJBY) के लिए पात्रता

सरकार ने PMJJBY लेने के लिए कुछ विशिष्ट मानदंड निर्धारित किए गए हैं जो इस प्रकार है:

आयु सीमा: 18 से 50 वर्ष की आयु के सभी व्यक्ति इस योजना के लिए पात्र हैं । पालिसी लेने के बाद 55 वर्ष की आयु तक प्रतिवर्ष रिन्यूअल किया जा सकता है।

आवेदक के पास सरकार की किसी सहभागी बैंक या डाकघर में एक बचत खाता होना चाहिए।  

एक व्यक्ति कई बैंक खाते है तो वह केवल एक ही खाते से योजना का लाभ ले सकता है। यदि किसी व्यक्ति के पास एक से अधिक पॉलिसी पाई जाती हैं, तो बीमा कवर केवल ₹2 लाख ही मिलेगा।

अन्य पॉलिसियों के लिए किया गया प्रीमियम भुगतान जब्त कर लिया जाएगा । यह प्रावधान डुप्लिकेट कवरेज को रोकता है।  

PM Jeevan Jyoti Bima Yojana पंजीकरण अर्थात पालिसी लेना

PMJJBY को सरल बनाने के लिए कई माध्यम उपलब्ध कराए गए हैं:

ग्राहक इंटरनेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से योजना में नामांकन कर सकते हैं।

ग्राहक बैंक या डाकघर में जाकर  consent-cum-declaration form जमा करके भी नामांकन कर सकते हैं ।  

योजना का कवरेज 1 जून से शुरू होकर अगले वर्ष 31 मई तक चलता है । वर्ष के मध्य में भी   कोई भी व्यक्ति पालिसी ले सकता है।  

PJeevan Jyoti Bima Yojana में नामांकन अवधि के अनुसार आनुपातिक प्रीमियम जो वर्तमान में निर्धारित है-

मद सं.नामांकन अवधिप्रीमियम राशि (₹)
1जून, जुलाई, अगस्त436 (वार्षिक प्रीमियम)
2सितंबर, अक्टूबर, नवंबर342
3दिसंबर, जनवरी, फरवरी228
4मार्च, अप्रैल, मई114

यह आनुपातिक प्रीमियम व्यवस्था योजना की एक महत्वपूर्ण विशेषता है जो लोगो की पहुँच को और भी सरल करती है ।   सोर्स 

PM Jeevan Jyoti Bima Yojana प्रीमियम भुगतान और नवीनीकरण प्रक्रिया

प्रीमियम भुगतान के तरीके

यह योजना बैंक खाते से ऑटो-डेबिट के माध्यम से भुगतान की सुविधा देती है।

यदि खाते में पर्याप्त बैलेंस नहीं है, तो योजना स्वतः रद्द हो सकती है।

हर साल योजना का नवीनीकरण कैसे करें?

यदि ऑटो-डेबिट सक्रिय है, तो योजना स्वतः नवीनीकरण हो जाएगी।

यदि योजना समाप्त हो गई है, तो पुनः आवेदन करना होगा।

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दावा प्रक्रिया  बीमा लाभ कैसे प्राप्त करें?

PM Jeevan Jyoti Bima Yojana (PMJJBY) के तहत दावा प्रक्रिया सरल और सीधी है। किसी भी कारण से पॉलिसीधारक की मृत्यु होने पर बीमित व्यक्ति का नामित व्यक्ति दावे के लिए आवेदन कर सकता है।

1.बैंक या बीमा कंपनी को सूचित करें: नामित व्यक्ति को उस संबंधित बैंक को सूचित करना चाहिए जहाँ बीमित व्यक्ति ने PMJJBY के लिए नामांकन किया था।

2.दावा प्रपत्र प्राप्त करें: नामित व्यक्ति को बैंक से दावा प्रपत्र प्राप्त करना होगा या बीमा कंपनी की वेबसाइट से डाउनलोड करना होगा।

3.आवश्यक दस्तावेज जमा करें: निम्नलिखित दस्तावेज जमा करने होंगे: बीमाधारक का मृत्यु प्रमाण पत्र पॉलिसीधारक के आधार कार्ड और बैंक खाते के विवरण की प्रति नामित व्यक्ति का पहचान प्रमाण और बैंक खाते का विवरण

4.सत्यापन और प्रसंस्करण: बैंक बीमा कंपनी को अग्रेषित करने से पहले दावा प्रपत्र और दस्तावेजों का सत्यापन करता है। बीमा कंपनी विवरणों की दोबारा जाँच करती है और 30 दिनों के भीतर दावे को संसाधित करती है।

5. दावा निपटान: यदि सभी दस्तावेज सही हैं, तो बीमा कंपनी सीधे नामांकित व्यक्ति के बैंक खाते में 2 लाख रुपये ट्रांसफर करती है।

• पॉलिसीधारक की मृत्यु के 30 दिनों के भीतर दावा दायर किया जाना चाहिए।

• यदि पॉलिसी के लिए नामांकन के लिए कई बैंक खातों का उपयोग किया गया था, तो दावा अस्वीकार किया जा सकता है।

• यदि कोई गलत जानकारी पाई जाती है, तो दावा अनुरोध अस्वीकार कर दिया जाएगा।

PM Jeevan Jyoti Bima Yojana (PMJJBY) बनाम अन्य बीमा योजनाएँ

PM Jeevan Jyoti Bima Yojana (PMJJBY) की तुलना अक्सर प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) और अटल पेंशन योजना (APY) से की जाती है।

आइए देखें कि PMJJBY कैसे अलग है

विशेषता PMJJBY,PMSBY,APY (अटल पेंशन योजना)

FeaturePMJJBYPMSBYAPY (Atal Pension Yojana)
Type of InsuranceLife InsuranceAccidental InsurancePension Scheme
Premium Amount₹436 per year₹20 per yearContribution-based
Coverage Amount after 60 years₹2 lakh on death  ₹2 lakh for accidental death  Monthly pension
Eligibility18-50 years18-70 years18-40 years
Mode of PaymentAuto-debit from bankAuto-debit from bankMonthly contributions

PM Jeevan Jyoti Bima Yojana (PMJJBY) के लाभ और सीमाएँ

(PMJJBY) के लाभ

• वहनीय: प्रीमियम केवल ₹436 प्रति वर्ष है, जो इसे सभी आय समूहों के लिए सुलभ बनाता है।

• आसान नामांकन: बैंकों और बीमा कंपनियों के माध्यम से इसका लाभ उठाया जा सकता है।

• वित्तीय सुरक्षा: नामांकित व्यक्ति को ₹2 लाख प्रदान करता है, जिससे परिवार को वित्तीय सहायता मिलती है।

• सरकार समर्थित योजना: विश्वसनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित करती है।

• कोई मेडिकल जांच की आवश्यकता नहीं: निजी बीमा के विपरीत, कोई स्वास्थ्य जांच आवश्यक नहीं है।

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PM Jeevan Jyoti Bima Yojana (PMJJBY) की सीमाएँ

• सीमित कवरेज: केवल ₹2 लाख का कवरेज, जो शहरी क्षेत्रों में पर्याप्त नहीं हो सकता है।

• आयु प्रतिबंध: केवल 18 से 50 वर्ष के बीच के व्यक्तियों के लिए उपलब्ध है।

• वार्षिक नवीनीकरण आवश्यक: यदि बीमित व्यक्ति नवीनीकरण करना भूल जाता है, तो कवरेज समाप्त हो जाता है।

• कोई परिपक्वता लाभ नहीं: पारंपरिक जीवन बीमा के विपरीत, इसमें कोई बचत या निवेश रिटर्न नहीं है।

PM Jeevan Jyoti Bima दावे की स्टेप by स्टेप प्रक्रिया

1 मृत्यु की सूचना और आवश्यक दस्तावेज

बीमाधारक की मृत्यु के बाद, नामांकित व्यक्ति को तुरंत उस बैंक शाखा को सूचित करना होता है जहाँ से पॉलिसी खरीदी गई थी । दावे की प्रक्रिया शुरू करने के लिए, नामांकित व्यक्ति को बैंक से दावा फॉर्म प्राप्त करना होता है । दावे में दिए जाने वाले आवश्यक दस्तावेजों की जानकारी लेनी होती है। सामान्य रूप से नीचे दिए गये दस्तावेज चाहिए होते है-

मृत्यु प्रमाण पत्र (Death certificate)   

नामांकित व्यक्ति का पहचान प्रमाण (आधार कार्ड, पैन, आदि)   

मृतक के बैंक पासबुक की प्रति या खाता विवरण   

दुर्घटना से मृत्यु के मामले में, पुलिस रिपोर्ट (FIR) और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आवश्यक हो सकती है   

2 दावा प्रक्रिया और समय-सीमा

दावे के निपटान में बैंक और बीमा कंपनी दोनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

बैंक की भूमिका: नामांकित व्यक्ति द्वारा दस्तावेज जमा करने के बाद, बैंक अधिकारी उनकी जांच करते हैं। वे बीमाधारक के खाते में प्रीमियम के ऑटो-डेबिट की पुष्टि करते हैं और सभी आवश्यक विवरणों को सत्यापित करते हैं। इसके बाद, बैंक को 7 दिनों के भीतर दावे को बीमा कंपनी को अग्रेषित करना होता है ।  

बीमा कंपनी की भूमिका: बीमा कंपनी दावे के दस्तावेजों की समीक्षा करती है, बीमाधारक की सदस्यता की पुष्टि करती है, और दावे को मंजूरी देती है। एक बार मंजूरी मिलने के बाद, बीमा कंपनी को 7 दिनों के भीतर नामांकित व्यक्ति के बैंक खाते में सीधे ₹2 लाख की राशि का भुगतान करना होता है ।  

विभिन्न स्रोतों में दावे के निपटान की समय-सीमा में कुछ भिन्नता पाई गई है। जहाँ कुछ स्रोतों में कुल प्रक्रिया को 14 दिनों (बैंक के लिए 7 दिन और बीमाकर्ता के लिए 7 दिन) में पूरा करने का उल्लेख है।  वहीं कुछ रिपोर्टों में 30 से 60 दिन तक का समय लगने की बात कही गई है।

3 दावे के मामले में चुनौतियाँ और समाधान

दावे की प्रक्रिया में कई प्रशासनिक चुनौतियाँ भी सामने आई हैं। एक प्रमुख चुनौती यह है कि कई बीमाधारक अपने खातों में नामिनी दर्ज नहीं करते हैं ।

ऐसे मामलों में, दावाकर्ता को उत्तराधिकार कानूनी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है, जैसे कि उत्तराधिकार प्रमाण पत्र (Succession Certificate) प्राप्त करना, जो एक लंबी और जटिल प्रक्रिया है और दावे के निपटान में अनावश्यक देरी होती है ।  

इसके अलावा कई परिवारों को यह पता ही नहीं होता कि मृतक के पास ऐसी कोई पॉलिसी थी, जिससे वे इसके लाभ से वंचित रह जाते हैं । इस मुख्य कारण यह है कि योजना के तहत कोई स्पष्ट “मार्गदर्शन पुस्तिका” (Guidance Manual) या पॉलिसी दस्तावेज़ नहीं दिया जाता है ।  

इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए, यह आवश्यक है कि नामांकन के समय नामांकित व्यक्ति का विवरण अनिवार्य किया जाए और बीमाधारकों को एक डिजिटल पॉलिसी प्रमाणपत्र प्रदान किया जाए। साथ ही, व्यापक जागरूकता अभियान चलाए जाने चाहिए और दावा प्रक्रिया के लिए सुलभ मैनुअल बनाया जाना चाहिए ।  

5. PM Jeevan Jyoti Bima Yojana का सामाजिक-आर्थिक प्रभाव

PMJJBY की सबसे बड़ी सफलता वित्तीय लक्ष्य को प्राप्त करना है। एक रिपोर्ट के अनुसार, PMJJBY के कुल नामांकनों में से लगभग 72% ग्रामीण भारत से हैं । यह आंकड़ा इस बात का ठोस प्रमाण है कि Pradhan Mantri Jeevan Jyoti Bima Yojana सामान्य रूप से बीमा कवरेज से वंचित रहे ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचने में सफल रही है।  

PMJJBY को अक्सर प्रमुख सरकारी वित्तीय योजनाओं, जैसे कि प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) और अटल पेंशन योजना (APY) के साथ जोड़ा जाता है । जिससे प्रत्येक योजना का प्रभाव बढ़ता है और नागरिकों को सामाजिक सुरक्षा का जाल प्राप्त होता है।  

  • कम आय वाले परिवारों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना।
  • वित्तीय समावेशन को प्रोत्साहित करना, क्योंकि नामांकन के लिए बैंक खाते आवश्यक हैं।
  • लाखों नए पॉलिसीधारकों के साथ बीमा क्षेत्र को बढ़ावा देना।
  • वित्तीय संकट के दौरान साहूकारों पर निर्भरता कम करना।
  • सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस योजना में 10 करोड़ से अधिक लोगों ने नामांकन कराया है, जो आम जनता तक पहुँचने में इसकी सफलता को दर्शाता है।

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PM Jeevan Jyoti Bima Yojana (PMJJBY) में भविष्य का दायरा और सुधार

जबकि यह योजना प्रभावी है, कुछ सुधार किए जा सकते हैं:

PMJJBY की चुनौतियाँ, विरोधाभास और सुधार के लिए सुझाव

1 नीतिगत विरोधाभासों का विश्लेषण

PM Jeevan Jyoti Bima Yojana के अंतर्गत रिपोर्ट में विभिन्न स्रोतों के विश्लेषण से कुछ महत्वपूर्ण नीतिगत विरोधाभास सामने आए हैं, जो लाभार्थियों और कार्यान्वयन करने वाले संस्थानों के लिए भ्रम पैदा कर सकते हैं।

प्रतीक्षा अवधि (Lien Period): कुछ स्रोतों में नए नामांकन के लिए 30 दिन की प्रतीक्षा अवधि का उल्लेख है, जिसके दौरान गैर-आकस्मिक मृत्यु पर कोई दावा देय नहीं होता है । हालांकि, अन्य आधिकारिक दस्तावेज इस अवधि को 45 दिन बताते हैं । इस तरह की अस्पष्टता से दावा अस्वीकृति और कानूनी विवादों का जोखिम बढ़ सकता है।  

आत्महत्या कवरेज (Suicide Coverage): यह एक और महत्वपूर्ण विरोधाभास है। सरकारी वेबसाइटों पर उपलब्ध FAQ के अनुसार, PMJJBY आत्महत्या से होने वाली मृत्यु को कवर करती है ।

दूसरी ओर, कुछ बैंक और बीमा कंपनियों के दस्तावेज़ आत्महत्या को बहिष्करण के रूप में सूचीबद्ध करते हैं । इस तरह के विरोधाभास, जो अक्सर नियामक और कार्यान्वयन एजेंसियों के बीच समन्वय की कमी के कारण उत्पन्न होते हैं, योजना के मूल उद्देश्य को कमजोर करते हैं और लाभार्थियों के विश्वास को प्रभावित कर सकते हैं।  

2 प्रशासनिक और कार्यान्वयन संबंधी बाधाएँ

जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, लाभार्थियों के बीच जागरूकता की कमी और कोई स्पष्ट “मार्गदर्शन पुस्तिका” न होने से Jeevan Jyoti Bima Yojana के दावे की प्रक्रिया जटिल हो जाती है ।

3 PM Jeevan Jyoti Bima Yojana के भविष्य के विचार

मीडिया ख़बरों के अनुसार योजना की  कवरेज राशि को दोगुना (₹2 लाख से ₹4 लाख) करने का प्रस्ताव विचाराधीन है । यदि यह प्रस्ताव लागू होता है, तो इसके साथ प्रीमियम में भी संभावित वृद्धि (₹700-₹800) की संभावना है । यह कदम योजना को मुद्रास्फीति के अनुरूप बनाए रखने और बढ़ती लागतों को पूरा करने के लिए आवश्यक है। लेकिन , प्रीमियम में वृद्धि से कुछ लाभार्थी योजना से बाहर हो सकते हैं, इसलिए सरकार को इस पर ध्यानपूर्वक विचार करने की आवश्यकता है।  

मुख्य सांख्यिकी और नामांकन डेटा

• लॉन्च किया गया: 2015

• कुल नामांकन: 10 करोड़ से ज़्यादा लोग

• वार्षिक प्रीमियम: ₹436

• कुल दावों का निपटारा: बीमा दावों में ₹15,000 करोड़ से ज़्यादा का भुगतान

• अग्रणी बीमाकर्ता: LIC (भारतीय जीवन बीमा निगम)

निष्कर्ष

PM Jeevan Jyoti Bima Yojana (PMJJBY) भारत सरकार की एक बेहतरीन पहल है, जो लाखों लोगों को किफ़ायती जीवन बीमा प्रदान करती है। सिर्फ़ ₹436 प्रति वर्ष के साथ, परिवार पॉलिसीधारक की मृत्यु की स्थिति में ₹2 लाख प्राप्त कर सकते हैं, जिससे मुश्किल समय में वित्तीय सहायता सुनिश्चित होती है।

हालाँकि कवरेज राशि सीमित है, (PMJJBY) भारत में वित्तीय सुरक्षा और जागरूकता को बढ़ावा देने में एक गेम-चेंजर रही है। अगर आपने अभी तक नामांकन नहीं कराया है, तो ऐसा करने का यह एक बढ़िया समय है।

प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना ने भारत में जीवन बीमा कवरेज को मजबूत बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। Pradhan Mantri Jeevan Jyoti Bima Yojana समाज के कमजोर वर्गों या व्यक्तियों को कम प्रीमियम में सुरक्षा प्रदान करने का सफल सामाजिक सुरक्षा मॉडल है। इसने करोड़ों लोगों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान की है, खासकर उन लोगों को जो सामान्य बीमा नहीं ले सकते थे।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

प्रश्न- PM Jeevan Jyoti Bima Yojana (PMJJBY) के तहत अधिकतम बीमा राशि क्या है?

उत्तर- पॉलिसीधारक की मृत्यु के मामले में अधिकतम बीमा राशि ₹2 लाख है।

प्रश्न- क्या सरकारी कर्मचारी PMJJBY के लिए आवेदन कर सकते हैं?

उत्तर- हां, सरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मचारी इस योजना में नामांकन कर सकते हैं।

प्रश्न- मैं (PMJJBY) के लिए प्रीमियम का भुगतान कैसे कर सकता हूं?

उत्तर- प्रीमियम हर साल आपके लिंक किए गए बैंक खाते से ऑटो-डेबिट हो जाता है।

प्रश्न- मेरा दावा क्यों खारिज कर दिया गया?

उत्तर- दावा खारिज होने के सामान्य कारणों में शामिल हैं

• अधूरे दस्तावेज

• अलग-अलग बैंकों में कई नामांकन

• प्रीमियम कटौती के समय बैंक खाते में अपर्याप्त शेष राशि

प्रश्न- क्या मैं अपनी (PMJJBY) पॉलिसी रद्द कर सकता हूं?

उत्तर- हां, आप अपने बैंक को सूचित करके कभी भी योजना से बाहर निकल सकते हैं। हालांकि, एक बार रद्द होने के बाद, आपको फिर से नामांकन के लिए फिर से आवेदन करना होगा।

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