10 Blue Links क्या है?। SEO के लिए 10 Blue Links कैसे काम करता है।

Hemraj Maurya

10 Blue Links क्या है? और SEO में पेजरैंक एल्गोरिदम के लिए कैसे काम करता है। यह एक महत्त्वपूर्ण विषय है अगर आप इंटरनेट पर सर्च करते हैं, तो आपने गूगल जैसे सर्च इंजन पर नीले रंग के लिंक्स देखे होंगे। इन्हें ही “10 Blue Links” कहा जाता है।

Use of 10 Blue Links एक पुरानी लेकिन उपयोगी रणनीति है, जो सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) में बहुत काम आती है। 10 ब्लू लिंक्स की शुरुआत कैसे हुई, यह क्यों महत्वपूर्ण है, और अब AI के जमाने में इसका क्या भविष्य है। अगर आप वेबसाइट ओनर हैं या SEO सीख रहे हैं, तो यह आपके लिए बहुत उपयोगी होगी।

10 Blue Links का मतलब क्या है?

10 ब्लू लिंक्स सर्च इंजन रिजल्ट पेज (SERP) का एक पारंपरिक फॉर्मेट है। जब आप गूगल पर कुछ सर्च करते हैं, तो पहले 10 ऑर्गेनिक रिजल्ट नीले रंग के लिंक्स के रूप में दिखते हैं। ये लिंक्स वेबसाइटों की तरफ ले जाते हैं, जहां आपको जवाब मिलता है।

उदाहरण के लिए, अगर आप “बेस्ट स्मार्टफोन” सर्च करते हैं, तो गूगल पहले 10 नीले लिंक्स दिखाता है। ये विज्ञापनों से अलग होते हैं और गूगल के एल्गोरिदम द्वारा रैंक किए जाते हैं। “ब्लू” इसलिए क्योंकि लिंक्स का रंग नीला होता है, और “10” इसलिए क्योंकि पहले पेज पर आमतौर पर 10 रिजल्ट दिखते हैं।

यह उपयोगी है SEO guide for beginners in India

यह प्रक्रिया 1990 के दशक से चली आ रही है, जब सर्च इंजन सरल थे। आजकल SERP में इमेज, वीडियो, मैप्स और AI ओवरव्यूज भी आते हैं, लेकिन 10 ब्लू लिंक्स अभी भी बेसिक स्ट्रक्चर है।

10 Blue Links कब और कैसे?

10 ब्लू लिंक्स की कहानी गूगल के जन्म से जुड़ी है। 1998 में लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने गूगल शुरू किया। उस समय सर्च इंजन जैसे याहू या अल्टाविस्टा रिजल्ट्स को कैटेगरी में दिखाते थे, लेकिन गूगल ने पेजरैंक एल्गोरिदम से रिजल्ट्स को रैंक किया।

शुरुआत में गूगल का SERP बहुत सिंपल था, सिर्फ 10 Blue Links, टाइटल और डिस्क्रिप्शन थे। यह यूजर्स को तेजी से जानकारी देते थे। 2000 के दशक में गूगल ने एडवर्ड्स (अब Google Ads) जोड़े, लेकिन ऑर्गेनिक रिजल्ट्स अभी भी 10 ब्लू लिंक्स पर आधारित थे।

समय के साथ बदलाव आए। 2010 में गूगल ने यूनिवर्सल सर्च शुरू किया, जिसमें इमेज और वीडियो शामिल हुए। लेकिन 10 ब्लू लिंक्स का कोर आज भी कायम है।

Why are 10 blue links important for SEO?

SEO में 10 ब्लू लिंक्स बहुत बड़ा रोल प्ले करते हैं। अगर आपकी वेबसाइट इन 10 लिंक्स में आती है, तो ट्रैफिक बढ़ता है। आंकड़ों के अनुसार:

  • पहले रिजल्ट पर 30-40% क्लिक्स आते हैं।
  • दूसरे पर 15-20%, क्लिक्स और दसवें पर सिर्फ 2-3% क्लिक्स मिलते है।
  • Rank Math जैसे SEO टूल्स इन लिंक्स को टारगेट करने में मदद करते हैं। Rank Math के नियमों के अनुसार:
  • टाइटल, इंट्रो और हेडिंग्स में “फोकस कीवर्ड” का इस्तेमाल करे जैसे is लेख में “10 ब्लू लिंक्स” कीवर्ड का प्रयोग किया गया है।
  • “कंटेंट की लंबाई” कम से कम 1000 शब्दों की जरुर होनी चाहिए, जो यूजर के सवालों का जवाब दे।
  • Internal and external links लगायें अपनी साइट के अन्य पेजों से लिंक करें, और लेख से सम्बंधित अवम विश्वसनीय साइट्स लिंक लगाये।
  • आर्टिकल में रिडेबिलिटी होनी चाहिए blog पोस्ट सरल भाषा में हो , छोटे पैराग्राफ और बुलेट पॉइंट्स का प्रयोग करें।
  • इमेज ऑप्टिमाइजेशन के लिए इमेज में ऑल्ट टेक्स्ट डालें, जिसमे अर्टिकल का “Fouce keyword” जरुर होना चाहिए।

इन नियमों से आपकी पोस्ट गूगल में ऊपर रैंक कर सकती है और AI ओवरव्यूज में दिख सकती है।

10 ब्लू लिंक्स कैसे काम करते हैं?

Google जैसे सर्च इंजनों में “क्रॉलर” नामक विशेष सॉफ़्टवेयर होते हैं जो नई और मौजूदा वेबसाइटों के बारे में जानकारी खोजने और जानकारी जुटाने के लिए लगातार वेब पर खोज करते रहते हैं। जब आप google search engine में कोई खोज क्वेरी या कीवर्ड डालते हैं, तो सर्च इंजन यह समझने की कोशिश करता है कि आप वास्तव में क्या खोज रहे हैं,  आपको क्या चाहिए। सर्च इंजन कीवर्ड का विश्लेषण करता है और user के खोज के इरादे को समझता है।

यह भी पढ़े On Page SEO strategy 2025 कैसे करे?

बाद सर्च इंजन जटिल एल्गोरिदम का उपयोग करके विभिन्न वेबसाइटों को क्रॉल करता है और सामग्री प्रासंगिकता, वेबसाइट जानकारी और उपयोगकर्ता अनुभव जैसे कारकों का विश्लेषण करता है। आपकी क्वेरी और इन मानदंडों के अनुसार सबसे अच्छी जानकारी वाली वेबसाइट के शीर्ष परिणाम वाले पेज खोजता है। अंत में, सर्च इंजन SERP पर शीर्ष 10 वेबसाइटें प्रदर्शित करता है, जिनमें से प्रत्येक को एक नीले लिंक द्वारा दिखाया जाता है।

गूगल का एल्गोरिदम 200+ फैक्टर्स से रिजल्ट्स की खोज करता है। google search engine इन मुख्य फैक्टर्स का ध्यान रखता है-

  • कंटेंट यूजर के क्वेरी से मैच करता हो।
  • अथॉरिटी के लिए बैकलिंक्स से साइट की विश्वसनीयता।
  • आर्टिकल का यूजर एक्सपीरियंस, पेज स्पीड, मोबाइल फ्रेंडली होना।
  • फ्रेश और नया कंटेंट प्राथमिकता पाता है।
  • Pro tips- 10 ब्लू लिंक्स में दिखने के लिए, ऑन-पेज SEO (टाइटल, मेटा डिस्क्रिप्शन) और ऑफ-पेज SEO (बैकलिंक्स) पर फोकस करें।

SERP का विकास

आज के समय में SERP सिर्फ साधारण नीले लिंक तक सीमित नहीं रहा। Google ने खोज अनुभव को बेहतर बनाने के लिए कई नए फीचर्स जोड़े हैं। सीधे उत्तर दिखाने वाले फ़ीचर्ड स्निपेट, लोगों या स्थानों की झलक देने वाले नॉलेज पैनल, विजुअल अनुभव के लिए इमेज और वीडियो परिणाम । इसके अलावा  स्थान-आधारित खोजों के लिए स्थानीय पैक और उपयोगकर्ताओं द्वारा पूछे गए अतिरिक्त सवाल। इन बदलावों से ब्लू लिंक्स की दृश्यता कुछ कम हुई है, लेकिन वे अब भी मौजूद हैं।

AI के आने से 10 ब्लू लिंक्स में क्या बदलाव आ रहे हैं?

अब गूगल AI ओवरव्यूज (Search Generative Experience) ला रहा है। इसमें AI सीधे जवाब देता है, जैसे चैटजीपीटी। लेकिन 10 ब्लू लिंक्स अभी भी मौजूद हैं।

AI ओवरव्यूज में आपकी साइट दिखने के लिए:

  • E-E-A-T मतलब, एक्सपीरियंस, एक्सपर्टीज, अथॉरिटेटिवनेस और ट्रस्टवर्थीनेस को फॉलो करें।
  • स्ट्रक्चर्ड डेटा यानि पेज की संरचना और Schema मार्कअप इस्तेमाल करें।
  • यूजर क्या चाहता है, उस पर फोकस करें।

उदाहरण: अगर AI ओवरव्यू “10 ब्लू लिंक्स क्या है” का जवाब देता है, तो वह आपकी साइट से जानकारी ले सकता है, अगर कंटेंट उपयोगी हो।

10 ब्लू लिंक्स को ऑप्टिमाइज करने के टिप्स

यहां कुछ प्रैक्टिकल टिप्स हैं, जो Rank Math SEO के अनुसार हैं:

  1. Google Keyword Planner से कीवर्ड रिसर्च करे जैसे हमने “10 ब्लू लिंक्स” कीवर्ड खोजा है।
  2. टाइटल ऑप्टिमाइजेशन” टाइटल 60 कैरेक्टर्स में रखें, कीवर्ड टाइटल में पहले लिखे।
  3. 150-160 कैरेक्टर्स का मेटा डिस्क्रिप्शन focus keyword का प्रयोग करते हुए आकर्षक बनाएं।
  4. H1,H2, H3 हेडिंग्स का इस्तेमाल से और पोस्ट का स्ट्रक्चर बनाएं।
  5. मोबाइल ऑप्टिमाइजेशन के उद्देश्य से साइट मोबाइल फ्रेंडली हो।
  6. वेबसाइट speed के लिए इमेज कंप्रेस करें और CDN इस्तेमाल करें।
  7. पुरानी पोस्ट को अपडेट करते रहे।
  8. Google Analytics से ट्रैफिक चेक करें।
  9. पोस्ट को सोशल मीडिया पर शेयर करें।
  10. यूजर फीडबैक का ध्यान रखे और कमेंट्स का जवाब दें।

ये टिप्स अपनाकर आप अपनी साइट को 10 ब्लू लिंक्स में ला सकते हैं।

10 Advantages and Disadvantages of Blue Lynx

  • फायदे
  •  यूजर्स को सीधे वेबसाइट पर ले जाते हैं।
  •  ऑर्गेनिक ट्रैफिक बढ़ाते हैं।
  •  विश्वसनीय जानकारी देते हैं।
  • नुकसान
  • AI ओवरव्यूज से क्लिक्स कम हो सकते हैं।
  • कॉम्पिटिशन ज्यादा है।
  • मोबाइल पर कम दिखते हैं।

What will happen to the 10 Blue Links in the future?

AI के बढ़ते इस्तेमाल से SERP बदल रहा है। गूगल का कहना है कि 10 ब्लू लिंक्स बेसिक रहेंगे, लेकिन AI इंटीग्रेशन बढ़ेगा। SEO एक्सपर्ट्स मानते हैं कि हाई-क्वालिटी कंटेंट हमेशा जीतेगा। Rank Math जैसे टूल्स AI SEO के लिए अपडेट हो रहे हैं।

निष्कर्ष:

10 ब्लू लिंक्स सर्च इंजन की रीढ़ हैं। इन्हें समझकर आप अपनी वेबसाइट को गूगल में ऊपर ला सकते हैं। इस पोस्ट में हमने सब कुछ सरल तरीके से समझाया है, ताकि यह यूजर्स के लिए उपयोगी साबित हो। अगर आप AI ओवरव्यूज में दिखना चाहते हैं, तो Rank Math SEO नियम फॉलो करें और वैल्यूएबल कंटेंट बनाएं।

क्या आपको यह पोस्ट पसंद आई? कमेंट में बताएं और दोस्तों में शेयर करें। अधिक SEO टिप्स के लिए हमारी अन्य पोस्ट पढ़ें। धन्यवाद!

Hemraj sharing his writing experience Blogging ,blog SEO, Youtube SEO, Insurance sector and more. He focused to share true and informative articles for every one.

Leave a Comment