Electric vehicle insurance claim kaise kare. पूरी प्रक्रिया जाने

Electric vehicle insurance claim कैसे करें? जानें दुर्घटना, चोरी, या क्षति के मामले में क्लेम  EV claim फाइल करने की चरण-दर-चरण प्रक्रिया। How to file EV insurance claim.

इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बीमा क्लेम कम्पलीट गाइड

भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। Electic वाहन केवल पर्यावरण के लिए ही अनुकूल हैं, बल्कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से भी भारी राहत दिलाते हैं। लेकिन, किसी भी अन्य वाहन की तरह, इलेक्ट्रिक वाहन भी दुर्घटना, चोरी या प्राकृतिक आपदाओं का शिकार हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में, सही Electric vehicle insurance claim कैसे किया जाये यह जनन भी बहुत महत्वपूर्ण है ताकि आपको वित्तीय नुकसान न उठाना पड़े।

hindiluck.com के how to claim Eelectric vehicle insurance  ब्लॉग पोस्ट में, हम आपको इलेक्ट्रिक वाहन के लिए बीमा क्लेम फाइल करने की पूरी प्रक्रिया विस्तार में बताएंगे।

Types of Electric Vehicle Insurance Claim

किसी भी अन्य वाहन की तरह,  Electric Vehicle Insurance Claim मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं:

1. कैशलेस क्लेम

Electric Vehicle Insurance Claim process का यह सबसे सुविधाजनक और सरल तरीका है। इसमें आपको अपनी कार को बीमा कंपनी के नेटवर्क गैरेज में ले जाना होता है। मरम्मत का खर्च सीधे गैरेज और बीमा कंपनी के बीच तय होता है, और आपको केवल कटौती योग्य (deductibles) और उन खर्चों का भुगतान करना होता है जो आपकी पॉलिसी में कवर नहीं होते हैं।

2. रिम्बर्समेंट (Reimbursement) क्लेम

इस तरह के क्लेम में आप अपनी पसंद के किसी भी गैरेज में वाहन की मरम्मत करवा सकते हैं। आपको पहले मरम्मत का पूरा खर्च खुद उठाना होगा और फिर सभी बिल और रसीदें claim form सहित बीमा कंपनी में जमा करनी होंगी। प्रस्तुत बिल सत्यापन के बाद, बीमा कंपनी पॉलिसी की शर्तों के अनुसार आपको claim राशि का भुगतान कर देगी।

Step-by-Step Process for Electric Vehicle Insurance Claim

दुर्घटना या चोरी के मामले में सावधानी पूर्वक EV insurance claim के लिए इन चरणों का पालन करना चाहिए-

चरण 1: दुर्घटना के बाद पहला कदम

  • सबसे पहले, यह सुनिश्चित करें कि आप और आपके साथ मौजूद लोग सुरक्षित हैं। अगर किसी को चोट लगी है, तो तुरंत मेडिकल सहायता लें।
  • अगर संभव हो, तो अपने वाहन को सड़क के किनारे या किसी सुरक्षित जगह पर ले जाएं ताकि और कोई दुर्घटना न हो।
  • दुर्घटना की तस्वीरें और वीडियो लेकर सबूत इकट्ठा करे। इसमें वाहन की क्षति, सड़क की स्थिति और आसपास का पूरा दृश्य शामिल होना चाहिए। यदि कोई अन्य वाहन शामिल है, तो उसका नंबर प्लेट, चालक का विवरण और बीमा जानकारी भी नोट करें।

चरण 2: बीमा कंपनी को सूचित करें

  • घटना के तुरंत बाद अपनी बीमा कंपनी को तुरंत सूचित करें। आप उनकी हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकते हैं या उनके मोबाइल ऐप या वेबसाइट के माध्यम से सुचना दर्ज कर सकते हैं।
  • बीमा कंपनी को घटना का समय, स्थान, वाहन नंबर, पॉलिसी नंबर और नुकसान का संक्षिप्त विवरण दें।

चरण 3: FIR दर्ज कराएं (यदि आवश्यक हो)

  • अगर दुर्घटना में किसी तीसरे पक्ष (third party) को नुकसान पहुंचा है, किसी को गंभीर चोट आई है या वाहन चोरी हो गया है, तो पुलिस में FIR (First Information Report) दर्ज कराना अनिवार्य है।
  • FIR की एक कॉपी लेना न भूलें, क्योंकि यह क्लेम प्रक्रिया के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़ है।

चरण 4: वाहन का सर्वेक्षण (Survey) कराएं

  • आपकी सूचना के बाद, बीमा कंपनी एक सर्वेक्षक (surveyor) भेजेगी। सर्वेक्षक वाहन को हुए नुकसान का आकलन करेगा और एक रिपोर्ट तैयार करेगा।
  • सर्वेक्षक को सभी आवश्यक जानकारी और तस्वीरें प्रदान करें। उनकी अनुमति के बिना वाहन की मरम्मत न करवाएं।

चरण 5: बीमा कंपनी को निम्नलिखित आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें

  • बीमा कंपनी को निम्नलिखित दस्तावेज़ जमा करने होंगे:
  • विधिवत भरा हुआ और हस्ताक्षरित क्लेम फॉर्म।
  • वाहन का पंजीकरण प्रमाण पत्र (RC)।
  • पॉलिसी धारक और ड्राइवर का वैध ड्राइविंग लाइसेंस।
  • वाहन बीमा पॉलिसी की कॉपी।
  • FIR की कॉपी (अगर दर्ज कराई गई हो)।
  • क्षति की तस्वीरें और वीडियो।
  • गैरेज से मरम्मत का अनुमानित बिल (estimate)।

चरण 6: मरम्मत और क्लेम सेटलमेंट

  • कैशलेस क्लेम के लिए सर्वेक्षक की रिपोर्ट और बीमा कंपनी की मंजूरी के बाद, आपके वाहन की मरम्मत शुरू हो जाएगी। मरम्मत पूरी होने पर, आपको केवल गैर-बीमित खर्चों का भुगतान करना होगा।
  • रिम्बर्समेंट क्लेम के लिए मरम्मत का खर्च पहले आपको खुद देना होगा। सभी ओरिजिनल बिल और पेमेंट रसीदें claim form के साथ बीमा कंपनी में जमा करें। सत्यापन के बाद, क्लेम की राशि आपके बैंक खाते में जमा कर दी जाएगी।

इलेक्ट्रिक वाहन बीमा क्लेम में क्या अलग है?

पेट्रोल-डीजल वाहनों की तुलना में ईवी क्लेम में कुछ बातें अलग होती हैं:

• इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी सबसे महंगा हिस्सा होती है। बीमा पॉलिसी में बैटरी को हुए नुकसान को कवर करने के लिए विशेष प्रावधान होते हैं।

• Electric वाहन की मरम्मत के लिए विशेष उपकरणों और प्रशिक्षित तकनीशियनों की आवश्यकता होती है। इसलिए, सुनिश्चित करें कि आप बीमा कंपनी के उन नेटवर्क गैरेजों का उपयोग करें जो Electric Vehicle की मरम्मत के लिए अधिकृत हैं।

• बैटरी प्रोटेक्शन, रोडसाइड असिस्टेंस और जीरो डेप्रिसिएशन जैसे ऐड-ऑन कवर Electric Vehicle insurance claim के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। ये क्लेम के समय आपके खर्च को काफी कम करते हैं।

Electric Vehicle claim में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q1: अगर मेरे पास केवल थर्ड पार्टी बीमा है, तो क्या मैं अपनी कार को हुए नुकसान का क्लेम कर सकता हूँ?

Ans: नहीं। थर्ड पार्टी बीमा केवल आपके वाहन से किसी तीसरे पक्ष को हुए नुकसान को कवर करता है। अपनी कार के नुकसान के लिए, आपको एक comprehensive insurance Policy की आवश्यकता होती है।

Q2: क्लेम फाइल करने के लिए कितने समय के भीतर बीमा कंपनी को सूचित करना चाहिए?

Ans: आपको घटना के तुरंत बाद, आमतौर पर 24 से 48 घंटों के भीतर, बीमा कंपनी को सूचित करना चाहिए। देरी से क्लेम खारिज हो सकता है।

Q3: क्या बीमा क्लेम करने से मेरा नो क्लेम बोनस (NCB) प्रभावित होगा?

Ans: हाँ, अगर आप कोई क्लेम करते हैं, तो आपका नो क्लेम बोनस (NCB) शून्य हो जाएगा। इसलिए, छोटे-मोटे नुकसान के लिए क्लेम करने से बचना चाहिए।

Q4: चोरी के मामले में मुझे क्या करना चाहिए?

Ans: चोरी होने पर तुरंत पुलिस में FIR दर्ज कराएं और अपनी बीमा कंपनी को सूचित करें। बीमा कंपनी को FIR की कॉपी और अन्य आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें। बीमा कंपनी आपको दस्तावेज़ों की एक सूची प्रदान करेगी जिन्हें आपको इकट्ठा करना होगा।

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