YouTube A/B Testing, channel grow करने का Amazing feature. Subscriber और व्यूज़ बढाने का राज़।

Hemraj Maurya

क्या आप एक YouTube क्रिएटर हैं और आपके वीडियो पर उतने व्यूज़ नहीं आ रहे जितने आप चाहते हैं? क्या आपको लगता है कि आपका वीडियो अच्छा है, लेकिन लोग उस पर क्लिक नहीं कर रहे हैं? अगर हाँ, तो YouTube A/B testing आपके लिए गेम-चेंजर हो सकता है। यह एक ऐसा तरीका है जो आपको यह जानने में मदद करता है कि आपके Audience  किस तरह के थंबनेल, टाइटल और डिस्क्रिप्शन को पसंद करते हैं।

इस ब्लॉग पोस्ट में हम जानेंगे कि YouTube A/B Testing का उपयोग कैसे करें? जानें कि थंबनेल, टाइटल और डिस्क्रिप्शन का परीक्षण करके अपने वीडियो को rank कैसे करायें। YouTube A/B Testing tool से CTR , वॉच टाइम और सब्सक्राइबर कैसे बढायें?।

YouTube A/B Testing क्या है?

जिस तरह वेबसाइट पर A/B testing tool का उपयोग किया जाता है, उसी तरह YouTube पर भी आप अपने वीडियो के अलग-अलग वर्ज़न का परीक्षण कर सकते हैं। YouTube A/B testing का मतलब है, आपके वीडियो के दो या दो से ज़्यादा अलग-अलग वर्ज़न बनाना और उन्हें अपने दर्शकों के सामने पेश करना।

उदाहरण के लिए, आप एक ही वीडियो के लिए दो अलग-अलग थंबनेल बना सकते हैं।  दोनों थंबनेल पर YouTube का एल्गोरिदम यह खोज कर बताता हैं कि कौन सा थंबनेल सबसे ज़्यादा Clicks  लाता है और आपको क्या करना चाहिए।

YouTube A/B testing कहाँ काम करता है?

YouTube पर A/B testing मुख्यरूप से सबसे ज़्यादा इन तीन चीज़ों पर काम करता है:

  • Thumbnails: यह सबसे महत्वपूर्ण है। थंबनेल ही वह पहली चीज़ है जो दर्शक देखते हैं।
  • Titles: यह दर्शकों को यह बताता है कि वीडियो किस बारे में है और उन्हें क्यों देखना चाहिए।
  • Descriptions और टैग्स सीधे SEO और सर्च इंजन में आपकी रैंकिंग को प्रभावित करता है।
  • सही A/B testing से आप यह पता लगा सकते हैं कि कौन सा Combination आपके वीडियो के लिए सबसे अच्छा काम करता है, जिससे आपका CTR  Click-Through Rate और वॉच टाइम दोनों बढ़ते हैं।
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YouTube पर A/B Testing क्यों ज़रूरी है?

आज के समय में YouTube पर हर मिनट सैकड़ों-हज़ारों वीडियो अपलोड होते हैं। वीडियो की बहुत जयादा संख्या होने से आपको अपने वीडियो को अलग दिखाना बहुत मुश्किल है। यहाँ पर YouTube A/B testing आपको प्रतिस्पर्धा में आगे निकलने में मदद करता है। जानियें कुछ प्रमुख फ़ायदों के बारे में-

Increased CTR:

आपका थंबनेल और टाइटल जितना आकर्षक होगा, लोग उस पर उतना ज़्यादा क्लिक करेंगे। A/B testing से आप जान सकते हैं कि कौन सा थंबनेल सबसे ज़्यादा क्लिक्स ला रहा है।

Improved Watch Time:

एक अच्छा टाइटल और थंबनेल दर्शकों को वीडियो पर क्लिक करने के लिए मजबूर करता है, लेकिन वॉच टाइम बढ़ाने के लिए आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपका वीडियो दर्शकों की जरूरतों को पूरा करे।

Data-Based Decisions:

अंदाज़े लगाने के बजाय, आप ठोस डेटा के आधार पर निर्णय लेते हैं। यह आपके चैनल की रणनीति को अधिक प्रभावी बनाता है।

Understanding your audience:

YouTube A/B testing से आपको यह समझने में मदद मिलती है कि आपके दर्शक किस तरह के visuals और text को पसंद करते हैं।

इस तरह, YouTube A/B testing आपके चैनल grow करने के लिए एक आवश्यक digital marketing रणनीति बन जाता है।

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YouTube A/B Testing के लिए सबसे अच्छे टूल्स

YouTube ने हाल ही में कुछ क्रिएटर्स के लिए अपना खुद का Test & Compare फीचर शुरू किया है, लेकिन यह अभी भी सभी के लिए उपलब्ध नहीं है। इसलिए, ज़्यादातर क्रिएटर्स तीसरे पक्ष के टूल्स का उपयोग करते हैं। कुछ famous A/B testing tools के बारे में जाने:

  • TubeBuddy: यह एक सबसे लोकप्रिय YouTube क्रिएटर टूल है। TubeBuddy का A/B टेस्टिंग फीचर आपको थंबनेल, टाइटल, टैग और डिस्क्रिप्शन का परीक्षण करने की सुविधा देता है। यह आपको बताता है कि कौन सा वर्ज़न सांख्यिकीय रूप से (statistically) बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।
  • VidIQ: TubeBuddy की तरह, VidIQ भी एक शक्तिशाली टूल है जो आपको वीडियो की परफॉर्मेंस का विश्लेषण करने और A/B testing करने में मदद करता है।
  • Third-Party Websites: कुछ वेबसाइट्स जैसे ThumbnailTest.com भी विशेष रूप से YouTube थंबनेल टेस्टिंग के लिए बनाई गई हैं।  इनसे आप अपने चैनल को कनेक्ट करके आसानी से A/B testing  की सुविधा ले सकते हैं।

अगर आपके पास कोई पेड टूल नहीं है, तो आप मैन्युअल तरीक़े से भी YouTube A/B testing कर सकते हैं। इसके लिए आपको YouTube Studio Analytics का उपयोग करना होगा।

YouTube पर A/B Testing कैसे करें: Step-by-Step गाइड

चाहे आप किसी टूल का उपयोग करें या मैन्युअल तरीक़े से करें, प्रक्रिया लगभग एक जैसी ही होती है। आइए इसे स्टेप-बाय-स्टेप समझते हैं:

1. विडियो बनाने की परिकल्पना बनायें:

  • सबसे पहले, यह तय करें कि आप क्या परीक्षण करना चाहते हैं। एक परिकल्पना बनायें। उदाहरण के लिए:
  • “अगर मैं थंबनेल में लाल रंग का उपयोग करूँगा, तो क्या CTR बढ़ेगा।”
  • “अगर मैं टाइटल में ‘How To’ शब्द का उपयोग करूँगा, तो YouTube search से ज़्यादा ट्रैफ़िक आएगा।”
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2. वेरिएंट बनायें:

अपनी परिकल्पना के आधार पर अपने वीडियो के लिए एक नया थंबनेल, टाइटल बनायें या दोनों बनायें। याद रखें, एक समय में केवल एक ही चीज़ बदलें। अगर आप थंबनेल और टाइटल दोनों बदलते हैं, तो आप यह नहीं जान पाएँगे कि किस बदलाव ने प्रोग्रेस बेहतर किया।

3. परीक्षण शुरू करें:

Paid Tool का उपयोग करके: TubeBuddy या VidIQ जैसे टूल्स आपको बस दो थंबनेल या टाइटल अपलोड करने और टेस्ट शुरू करने के लिए कहते हैं। यह टूल स्वचालित रूप से दर्शकों को दोनों वर्ज़न दिखाते है और डेटा इकट्ठा करते है।

मैन्युअल तरीक़े से (YouTube Studio):

  • अपने वीडियो को अपलोड करें और उसे एक थंबनेल और टाइटल के साथ पब्लिश करें।
  • लगभग 24 से 48 घंटे तक इंतज़ार करें। इस दौरान यह देखें कि वीडियो पर कितना ट्रैफ़िक आ रहा है और CTR क्या है।
  • अब, YouTube Studio में जाकर अपने वीडियो का थंबनेल और/या टाइटल बदलें।
  • अगले 24 से 48 घंटे के बाद फिर से प्रोग्रेस check करें।

4. परिणामों का विश्लेषण करें:

  • चेक करने के बाद, YouTube Analytics में जाएँ पहले और बाद दोनों समय के डेटा की तुलना करें।
  • Reach Tab: यहाँ आप impressions और CTR देख सकते हैं। अगर आपके दूसरे थंबनेल का CTR पहले वाले से ज़्यादा है, तो इसका मतलब है कि वह बेहतर है।
  • Audience Retention: यह देखें कि क्या आपके टाइटल या थंबनेल में बदलाव से वॉच टाइम पर कोई असर पड़ा है। अगर दर्शकों का Audience retention बढ़ा है, तो वह एक सकारात्मक संकेत है।

5. जो अच्छा है उसे लागू करें:

अगर आपका दूसरा वर्ज़न अच्छा प्रदर्शन करता है, तो उसे स्थायी रूप से अपने वीडियो पर लगा दें। अगर नहीं, तो आप फिर से कोई नया परीक्षण कर सकते हैं।

A/B Testing करते समय ध्यान रखने योग्य बातें

  • A/B टेस्टिंग का सबसे महत्वपूर्ण नियम है एक बारे में केवल एक ही चीज़ बदलें।
  • जल्दबाज़ी न करें। पर्याप्त डेटा इकट्ठा होने दें। अच्छे परिणाम के लिए, आपको कुछ दिन या सप्ताह तक इंतज़ार करना पड़ सकता है।
  • CTR और Watch Time दोनों देखें। CTR केवल यह बताता है कि कितने लोगों ने क्लिक किया, लेकिन Watch Time बताता है कि क्या उन्होंने वीडियो देखा भी है। दोनों मेट्रिक्स महत्वपूर्ण हैं।
  • YouTube A/B testing केवल एक रणनीति है। आपको अपने दर्शकों की पसंद और नापसंद को भी समझना होगा।

निष्कर्ष

YouTube A/B testing एक उपयोगी digital marketing रणनीति है जो आपको अपने चैनल को ग्रो करने में मदद करती है। अनुमान लगाने के बजाय डेटा-आधारित निर्णय ले जिससे आप अपने वीडियो की रीच और प्रभाव दोनों को बढ़ा सकते हैं। तो, आज से ही A/B testing शुरू करें और देखें कि कैसे आपके व्यूज़ और सब्सक्राइबर बढ़ते हैं।

YouTube A/B testing के सामान्य प्रश्न (FAQs)

Q- क्या मैं YouTube पर टाइटल और थंबनेल दोनों का एक साथ A/B टेस्ट कर सकता हूँ?

Ans- नहीं, यह सही नहीं है। A/B टेस्टिंग का मुख्य सिद्धांत यह है कि आप एक समय में केवल एक ही चर (variable) को बदलते हैं।18 अगर आप दोनों को बदलते हैं, तो आप यह नहीं जान पाएँगे कि किस बदलाव ने परिणाम को प्रभावित किया।

Q-YouTube का अपना A/B टेस्टिंग टूल क्या सभी के लिए उपलब्ध है?

Ans- नहीं, YouTube ने अभी तक इसे सभी क्रिएटर्स के लिए रोल आउट नहीं किया है। यह फ़िलहाल कुछ चुनिंदा चैनल्स पर ही उपलब्ध है।

Q-A/B टेस्टिंग मेरे SEO को कैसे प्रभावित करता है?

Ans- सही तरह से किया गया A/B testing आपके SEO को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। जब आपका CTR और वॉच टाइम बढ़ता है, तो YouTube का एल्गोरिदम आपके वीडियो को ज़्यादा लोगों तक पहुँचाता है, जिससे आपकी रैंकिंग बेहतर होती है।

Q-क्या मैं मैन्युअल A/B टेस्टिंग कर सकता हूँ?

Ans- हाँ, आप ऊपर बताए गए तरीकों से मैन्युअल टेस्टिंग कर सकते हैं। इसके लिए आपको YouTube Studio Analytics का उपयोग करना होगा, जो कि मुफ़्त है।

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